अम्बेडकरनगर : एसटीएफ ने फर्जी शिक्षक को पकड़कर भेजा जेल
धोखाधड़ी
2009 में ज्वाइन की थी नौकरी
2014 में पदोन्नति भी प्राप्त की थी
अम्बेडकरनगर। लखनऊ से आई एसटीएफ ने जिले में फर्जी नाम से शिक्षक की नौकरी कर रहे एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने उसे अकबरपुर कोतवाली के सिपुर्द करते हुए जेल भेज दिया। पुलिस इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों की तलाश में जुटी है।
एसटीएफ ने सीतापुर जिले में एक फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि उसका भाई भी फर्जी शिक्षक के रूप में अम्बेडकरनगर जिले में तैनात है। एसटीएफ ने पूरा जाल फैलाकर टांडा के उच्च प्राथमिक विद्यालय बैरमपुर में प्रधानाध्यापक के पद पद तैनात फर्जी शिक्षक राम प्रसाद उर्फ रामानंद निवासी भटौली थाना धनघटा जनपद संत कबीरनगर को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार राम प्रसाद उर्फ रामानंद जिले में दीपक कुमार सिंह के नाम से नौकरी कर रहा था। बताया जाता है कि वर्ष 2009 में प्राथमिक विद्यालय नंदापुर में पहली तैनाती हुई थी। वर्ष 2014 में पदोन्नति मिलने के बाद वह रामनगर ब्लाक में चला गया था। जहां से स्थानान्तरण के उपरान्त उसकी तैनाती पुन: टांडा ब्लाक में हो गई।
दीपक सिंह की नियुक्ति विशिष्ट बीटीसी शिक्षक के रूप में हुई थी। उसने डायट में प्रशिक्षण भी लिया था। अब सवाल खड़ा होता है कि आखिर जिस दीपक कुमार सिंह के नाम पर राम प्रसाद नौकरी कर रहा था वह कहां पर है? जांच पड़ताल के बाद इस मामले में और अधिक पर्दा उठने की उम्मीद है। फर्जी शिक्षक के पकड़े जाने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में खलबली मच गई है। सूत्रों ने बताया कि अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार के आदेश पर प्रदेश भर में फर्जी शिक्षकों की जांच चल रही है। ऐसे में इसका पकड़ा जाना कहीं न कहीं यह साबित कर रहा है कि फर्जीवाड़े की गुंजाइश अधिक है। वहीं गिरफ्तारी के बाद अकबरपुर कोतवाली पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल सिंह ने मामले में कार्रवाई चल रही है।