स्ववित्त पोषित महाविद्यालयों की फीस में होगी बढ़ोत्तरी
लखनऊ : प्रदेश सरकार स्ववित्तपोषित डिग्री कॉलेजों के पाठ्यक्रमों की फीस बढ़ाने जा रही है। इसके लिए सरकार फीस निर्धारण के वर्ष 1997 के नियमों में संशोधन करेगी। इसके बाद पूरे प्रदेश के विश्वविद्यालय से जुड़े स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में एक जैसी फीस लागू हो जाएगी।1अभी प्रदेश के ज्यादातर स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में स्नातक की पांच हजार व परास्नातक की छह हजार रुपये प्रति वर्ष फीस ली जा रही है। इस फीस को देखते हुए लखनऊ, गोरखपुर व कानपुर सहित कई विश्वविद्यालयों से संबद्ध स्ववित्त पोषित डिग्री कॉलेजों ने अपने यहां के पाठ्यक्रमों की फीस बढ़ाने की मांग सरकार से की है। कॉलेजों का कहना है कि कई वर्षो से फीस नहीं बढ़ी है, जबकि महंगाई की दरें व शिक्षकों के वेतन में काफी इजाफा हो चुका है।