लखनऊ नहीं इलाहाबाद की फर्म करेगी पुस्तकों की आपूर्ति
बाराबंकी : परिषदीय विद्यालयों में किताबों की सप्लाई की जिम्मेदारी लखनऊ की फर्म को बेसिक शिक्षा विभाग ने दिया था। इस फर्म ने बच्चों को किताबें मुहैया कराने से मना कर दिया है। जिससे नए सत्र के पांच माह बाद भी नौनिहालों को पुस्तकें नहीं मिल पाई। अब लखनऊ की फर्म से जिम्मेदारी हटाकर इलाहाबाद की फर्म को पुस्तकों के सप्लाई की कमान सौंप दी गई है।
जिले में तीन हजार 17 पूर्व और प्राथमिक विद्यालय हैं। जहां लगभग तीन लाख 55 हजार बच्चे शिक्षणरत हैं। कक्षा एक से कक्षा पांच तक 20 किताबें होती हैं, लेकिन अभी तक सिर्फ आठ पुस्तकें ही वितरित हो सकी। इसी तरह से कक्षा छह से आठ तक सिर्फ आठ की पूरी किताबें बच्चों को मिल पाईं। छह और सात की किताबें अधूरी हैं। परिषदीय विद्यालयों के लगभग ढाई लाख बच्चों को पूरी किताबें नहीं मिल पाई हैं। जिससे उनकी पढ़ाई ध्वस्त है।
पांच माह बाद मिलेंगी किताबें : नया शिक्षा सत्र अप्रैल माह से शुरू हो गया था। परिषदीय विद्यालयों के बच्चों ने अप्रैल, मई में बिना किताबें के स्कूल गए और अब इधर जुलाई और अगस्त में भी बच्चों को पुस्तकें नहीं मिल पाईं हैं। यानी नौनिहाल पांच माह से बिना किताबों के पढ़ रहे हैं। अब इलाहाबाद की फर्म को विभाग ने पुस्तकों के वितरण का जिम्मा दे दिया है। दस दिनों के अंदर ही विद्यालयों में पुस्तक पहुंचाने के लिए किताबों की सप्लाई करेंगे।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि लखनऊ से हटाकर इलाहाबाद की फर्म को पुस्तकों की सप्लाई का जिम्मा विभाग से मिल गया है। अगले सप्ताह में सभी स्कूलों को किताबें मुहैया करा दी जाएंगी।