डाल्फिन, कछुआ व घड़ियाल का संरक्षण करेंगे स्कूली बच्चे
बुलंदशहर: जलीय जीवों में विशेष रूप से कछुआ, डाल्फिन व घड़ियाल आदि को बचाने के लिए सरक...
बुलंदशहर: जलीय जीवों में विशेष रूप से कछुआ, डाल्फिन व घड़ियाल आदि को बचाने के लिए सरकार अब स्कूली बच्चों का सहारा लेगी। जिले में गंगा किनारे वाले परिषदीय स्कूलों में यह योजना संचालित की जाएगी। विशेष स्कूली बच्चों को उक्त तीनों जलीय जीवों के बारे में जानकारी देकर उन्हें जागरूक करेंगे। इसके बाद बच्चे कार्यक्रम के तहत आमजन को जलीय जीवों के बारे में जागरूक करेंगे।
केंद्र सरकार ने स्वच्छ गंगा योजना यानी नमामि गंगे योजना से गंगा को स्वच्छ करने की योजना चला रखी है। इस योजना में गंगा की सफाई करके जलीय जीवों को भी संरक्षित किया जा रहा है। गंगा जिले के कई क्षेत्रों से होकर गुजरती है। इस क्षेत्र में कछुए, घड़ियाल व डाल्फिन आदि भी रहती हैं। हालांकि इन जीवों का संरक्षण बिजनौर वन विभाग द्वारा किया जाता है, लेकिन शासन की मंशा है कि हर व्यक्ति इन जीवों के प्रति जागरूक हो। इसके लिए सबसे पहले स्कूली बच्चों को इनके बारे में जानकारी दी जाए।
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नमामि गंगे योजना के तहत केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने इस संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग को आदेश जारी किए हैं। इसमें बताया है कि जिले के गंगा किनारे वाले परिषदीय स्कूल के बच्चों को गंगा स्वच्छता अभियान के बारे में जानकारी दी जाए। इसमें बच्चों को विशेष रूप से जलीय जीव कछुआ, डाल्फिन व घड़ियाल आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस योजना के तहत पहले गंगा किनारे वाले स्कूलों को चिन्हित किया जाएगा। प्रत्येक स्कूल से एक-एक शिक्षक को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये शिक्षक स्कूल के बच्चों को गंगा का महत्व व इसमें रहने वाले जलीय जीवों का महत्व बताएंगे। स्कूल में सीखने के बाद बच्चे यह जानकारी रैली या अन्य किसी कार्यक्रम के माध्यम से आमजन तक पहुंचाएंगे। जिससे जलीय जीवों को नुकसान पहुंचाने के बजाए लोग उनका संरक्षण कर सकें। इन्होंने कहा..
जिले में गंगा किनारे लगभग 150 परिषदीय स्कूल हैं। जैसे ही प्रशिक्षण के आदेश आएंगे, शिक्षकों का प्रशिक्षण दिलाकर नमामि गंगे अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा।
अम्बरीष कुमार, बीएसए।