इलाहाबाद : स्कूल इंग्लिश मीडियम और बच्चे नहीं पढ़ पाए एबीसीडी, शिक्षक भी नहीं बता पाए प्रश्नों के उत्तर
इलाहाबाद : खंड शिक्षाधिकारी को नगर क्षेत्र के चार विद्यालयों के निरीक्षण में कई खामियां मिली। कहीं विद्यालय में ताला लटका मिला तो कहीं शिक्षक गायब थे। इंग्लिश मीडिएम के विद्यालय में बच्चे अंग्रेजी वर्णमाला तक नहीं जानते थे।
खंड शिक्षाधिकारी ज्योति शुक्ला शनिवार को सुबह 8:15 बजे प्राथमिक विद्यालय पुराना लूकरगंज पहुंचीं तो वहां प्रधानाध्यापिका जीवंती कांडपाल व शिक्षामित्र अनुपस्थित पाई गईं। सहायक अध्यापिका सुंदरी बलेचा चिकित्सकीय अवकाश पर थीं। इसके बाद वह प्राथमिक विद्यालय बेगम सराय बालक पहुंचीं तो वहीं शिक्षा मित्र शमीम अख्तर व वंदना अनुपस्थित मिलीं। वहां शैक्षणिक स्तर खराब मिला। 90 प्रतिशत बच्चे यहां हंिदूी नहीं पढ़ पाए। अंग्रेजी माध्यम स्कूल होने के बाद भी यहां बच्चों को अंग्रेजी वर्णमाला तक नहीं आती। गणित का उत्तर केवल तीन बच्चे ही दे सके। यहां नामांकन 285 होने के बाद भी केवल 72 बच्चे ही विद्यालय में उपस्थित मिले। मिडडे मील में ब्रांडेड सामग्री का प्रयोग नहीं किया जा रहा है।
शिक्षक भी नहीं बता पाए प्रश्नों के उत्तर
पूर्व माध्यमिक विद्यालय हरवारा में प्रधान अध्यापिका मधुलिका अनुपस्थित मिलीं। विद्यालय में पुरानी निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकें मिलीं। नई पुस्तकें अभी वितरित नहीं की गई हैं। शिक्षा का स्तर निम्न दर्जे का पाया गया। शिक्षक भी पूछे गए प्रश्नों का उत्तर नहीं दे सके। शिक्षक पानी का रासायनिक सूत्र नहीं बता पाए। बच्चे भारत के राष्ट्रपति का नाम तक नहीं बता पाए। बच्चों व शिक्षकों से आशीर्वाद व उज्ज्वल लिखवाया गया पर वह नहीं लिख सके। प्राथमिक विद्यालय बेगम सरांय कन्या की प्रधान अध्यापिका शाहीन बानो अनुपस्थित मिलीं। यहां एमडीएम में मीनू का पालन नहीं किया जा रहा है। पाठ्य पुस्तकें भी आंशिक रूप से बंटी हैं। पंजीकृत 47 बच्चों में से केवल सात बच्चे ही उपस्थित पाए गए।