बेसिक शिक्षा विभाग की फर्जी नियुक्तियों पर बैठी जांच
विभिन्न शिक्षक भर्तियों के माध्यम से वर्ष 2010 से बेसिक शिक्षा विभाग में की गई नियुक्तियो की जांच की जाएगी।...
बदायूं : विभिन्न शिक्षक भर्तियों के माध्यम से वर्ष 2010 से बेसिक शिक्षा विभाग में की गई नियुक्तियों की जांच की जाएगी। अपर मुख्य सचिव ने डीएम को निर्देश देकर तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। जिसमें अपर जिलाधिकारी को अध्यक्ष, एसपी और सहायक बेसिक शिक्षा मंडलीय निदेशक रहेंगे। जो शासन से निर्धारित ¨बदुओं पर जांच करेंगे।
नियुक्ति शिक्षक-शिक्षिकाओं के चयन वर्ष में प्रकाशित मेरिट से मिलान होगा। जिससे पता चलेगा कि चयनित सूची वाला व्यक्ति ही नौकरी कर रहा है या कोई और। कोषागार से वेतन सूची लेकर क्रास चेक भी किया जाएगा। चयनित शिक्षकों के आवेदन पत्रों को भी देखा जाएगा। उनके शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया जाएगा। नियमानुसार नियुक्त पत्र रजिस्टर्ड डाक से ही भेजे जाते हैं। ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार कराई जाएगी जिन्होंने बीएसए कार्यालय से सीधे तौर पर नियुक्ति पत्र प्राप्त किया है। परीक्षण के दौरान समिति अभ्यर्थी के पते का पुलिस सत्यापन की भी जानकारी करेगी। पुलिस सत्यापन न होने की स्थिति में उनके मूल पते पर सत्यापन कराया जाएगा। दिव्यांग, अनुसूचित जाति-जनजाति व अन्य आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की भी जांच कराई जाएगी। आधार¨लक से उनकी चयन सूची की जांच भी होगी। संदेहास्पद मामलों को बार-बार कराकर निर्णय लिया जाएगा। निर्देश दिया गया है कि जिलाधिकारी अपने निर्देश में यह जांच पूरी कराएंगे।
इन जिलों की नहीं होगी जांच
शासन के निर्देश के अनुसार आगरा, अलीगढ़, फिरोजाबाद, हाथरस, मुरादाबाद, फतेहपुर और हरदोई जिलों में जांच नहीं कराई जाएगी। इनके अलावा प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षक भर्ती में हुई अनियमितताएं, नियम विरूद्ध व फर्जी नियुक्तियों की जांच कराई जाएगी।
यह हुई हैं शिक्षक भर्तियां - विशेष व सामान्य चयन शिक्षक भर्ती