परिषदीय स्कूलों में नहीं चलते पंखे
भले ही बिजली विभाग का बेसिक शिक्षा महकमा जनपद में करोडों रुपये का बकाएदार बना हो, लेकिन बिजली का लाभ परिषदीय स्कूलों के नौनिहालों को नाम को भी नहीं मिल रहा है। कहीं बिजली लाइन गायब है तो कहीं आपूर्ति पहुंच ही नहीं रही है। कुल मिलाकर सारी गर्मी बच्चों को कक्षों में पसीना बहाते हुए ही बीत रही है।...
गजरौला : भले ही बिजली विभाग का बेसिक शिक्षा महकमा जनपद में करोड़ों रुपये का बकाएदार बना हो लेकिन बिजली का लाभ परिषदीय स्कूलों के नौनिहालों को नहीं मिल रहा है। कहीं बिजली लाइन गायब है तो कहीं आपूर्ति पहुंच ही नहीं रही है। कुल मिलाकर सारी गर्मी बच्चों को कक्षों में पसीना बहाते हुए ही बीत रही है। एक भी स्कूल में पंखा नहीं चल रहा है। कम से कम गजरौला ब्लाक क्षेत्र के तो अधिकांश परिषदीय और पूर्व माध्यमिक स्कूलों का यही हाल है।
शनिवार को दैनिक जागरण ने अपनी स्कूल लाइव कवरेज के तहत ग्राम सिहाली गौसाई, टोकरा पट्टी, नगलिया मेव, गंगापुरी इत्यादि परिषदीय और पूर्व माध्यमिक स्कूलों का जायजा लिया तो यही स्थिति सामने आई। सुबह 11.30 बजे विद्यालय पहुंचने पर ग्राम सिहाली गौसाई के पूर्व माध्यमिक स्कूल की इंचार्ज अध्यापिका प्रादीप्ता कक्षा छह से आठ तक छात्र-छात्राओं को एक ही कक्ष में बैठाए मीना मंच की एक्टीविटी करा रही थीं। यहां पंजीकृत 27 में से 17 ही छात्र-छात्राएं आज मौजूद थे। हैरत की बात यह कि विद्यालय मात्र इसी शिक्षिका के सहारे चल रहा है। दूसरा कोई सहयोगी नहीं है।
पड़ोस के परिषदीय स्कूल में प्रधानाध्यापक अपने अभिलेख पूरे कर रहे थे। दूसरे कक्ष में सहायक अध्यापिका मोबाइल चला रही थी। यहां भी सभी बच्चे एक ही कक्ष में बैठे शोर-शराबा कर रहे थे। प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक के दोनों कक्षों में सी¨लग पंखे थे, लेकिन शोपीस बने थे। चल कोई नहीं रहा था। बच्चे पसीने से नहाए थे। यही स्थिति टोकरा पट्टी, नगलिया मेव, गंगापुरी इत्यादि के स्कूलों में देखने को मिली।
यह हाल तब है जब हर साल बिजली का प्रयोग करने की एवज में करोड़ों रुपये चुकाता है लेकिन इन बच्चों को उसका लाभ नहीं मिल रहा है। टोकरा पट्टी के परिषदीय स्कूल के कक्ष में रोशनी का भी अभाव नजर आया। सहायक अध्यापिका अंधेरे में बच्चों को पढ़ा रही थी। पंखे यहां भी नहीं चल रहे थे। नगलिया मेव में सभी बच्चों को अभी जूते, ड्रेस व किताबें भी नहीं मिल सकी हैं। यहां परिषदीय स्कूल में प्रधान अध्यापक भी नदारद थे।
गंगापुरी के पूर्व माध्यमिक स्कूल का माहौल जरूर विभाग की लाज रखने वाला देखने को मिला। इसका भवन कांवेंट स्कूल की तरह चमचमा रहा था। वाल पें¨टग स्कूल की सुंदरता को और बढावा दे रही थी। स्कूल का स्टाफ भी मीना मंच की गतिविधि करा रहा था। नगलिया मेव स्कूल भवन के कक्ष में सूख रहे पौधे
गजरौला : नगलिया मेव के प्राथमिक विद्यालय के एक कक्ष में पौधे रखे सूख रहे हैं। पौधरोपण को लेकर तमाम जहां कार्यक्रम चल रहे हैं। शासन-प्रशासन का पूरा जोर पौधे लगाने और उनकी देखभाल करने पर है, लेकिन यहां पौधे लाकर एक कक्ष में डाल दिए हैं, जो सूख चुके हैं। स्कूल स्टाफ से पता चला है कि ग्राम प्रधान के द्वारा रखवाए गए हैं, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि यहां क्यों रखे गए हैं। स्कूलों में पंखे क्यों नहीं चल रहे हैं, इसकी जानकारी कराई जाएगी। सभी स्कूलों में बिजली कनेक्शन होने की जानकारी है। इसे चेक कराकर दुरूस्त कराया जाएगा। सभी प्रधान अध्यापक-अध्यापिकाओं को इस बारे में निर्देश दिए जाएंगे।