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सिद्धार्थनगर : शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय पर तैनाती पर लापरवाही का ब्रेक

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शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय पर तैनाती पर लापरवाही का ब्रेक

सिद्धार्थनगर : जिले के 503 शिक्षामित्रों मूल विद्यालयों पर तैनाती में लापरवाही का ब्रेक लग गया है। शासन की मंशा को भी धता बताने में जिम्मेदार लगे हुए हैं। हालत यह है कि अभी तक अधिकांश खंड शिक्षाधिकारियों ने बीएसए कार्यालय में शिक्षामित्रों के आवेदन की सूची ही उपलब्ध नहीं कराई है। जिसके कारण उन्हें मूल विद्यालय पर नहीं भेजा जा सका है। शासन ने स्पष्ट तौर पर सभी शिक्षामित्रों को आवेदन के आधार पर मूल विद्यालय पर तैनाती का आदेश दिया था। शासन ने इस कार्य को हर हाल में छह अगस्त तक पूरा कर लेने को कहा था। आदेश के बाद अब तक जिले में एक भी शिक्षामित्र का तबादला नहीं हो पाया है।

जिले में तैनात करीब 2700 शिक्षामित्रों को सपा सरकार ने सहायक अध्यापक पद पर समायोजित करते हुए उन्हें मूल विद्यालय से दूसरे स्कूलों में स्थानांतरित कर दिया था। कुछ माह पहले कोर्ट में सुनवाई के दौरान सपा सरकार के आदेश को पलटते हुए उन्हें शिक्षामित्र पद पर दुबारा कार्य करने का आदेश जारी कर दिया है। इसके पश्चात सरकार ने कोर्ट का आदेश मानते हुए वेतन पर रोक लगा दिया। इनमें से कुछ पहले ही अपनी पसंद के स्कूलों में तैनात हो चुके हैं। अब भी 502 शिक्षामित्र मूल विद्यालय से बाहर कार्यरत हैं। इनमें भी अधिकांश अपनी पसंदीदा वाले स्कूलों पर जाना चाहते हैं। इसका कारण वेतन पर रोक लगने के पश्चात मिल रहा मानदेय है। इन्हे सरकार प्रतिमाह दस हजार रूपया मानदेय दे रही है।बाहर रहने के कारण कम पैसे में खर्च नही चल पा रहा है। मिल रहा मानदेय इनके रहने, खाने आदि में ही खर्च हो जा रहा है। शासन ने इनकी परेशानियों को देखते हुए पिछले माह आदेश जारी कर ऐसे शिक्षामित्रों को मूल विद्यालयों पर तैनाती का आदेश जारी किया जो स्वेच्छा से मूल स्कूल पर जाना चाहते हो। उन्हे इसके लिए निर्धारित प्रोफार्मा पर आवेदन करना था। उस आवेदन को खंड शिक्षाधिकारी के माध्यम से बीएसए दफ्तर में आना था। इस प्रक्रिया के पश्चात उन्हे मूल विद्यालय में भेजा जाता, मगर अभी तक मात्र चार खंड शिक्षाधिकारियों ने ही उक्त सूची कार्यालय में उपलब्ध कराई है।

55 आवेदन आ चुका कार्यालय

मूल स्कूलों में तैनाती के लिए अब तक खेसरहा, इटवा सहित चार खंड शिक्षाधिकारियों ने अपने ब्लाक की सूची बीएसए कार्यालय में उपलब्ध कराई है। इनमें कुल 55 शिक्षामित्रों ने पहले कार्यरत रहे मूल विद्यालय पर जाने के लिए आवेदन किया है। सूत्रों का कहना है कि सभी ब्लाकों से सूची न आने के कारण आए हुए आवेदनों पर अभी तक कोई आदेश जारी नहीं किया जा सका है। बीएसए राम सिंह ने कहा कि सभी खंड शिक्षाधिकारियों से सूची की मांग की गई है। जल्द ही सभी को आवश्यक कागजात उपलब्ध कराने को कहा गया है। जैसे ही लिस्ट मिलेगी इच्छुक शिक्षामित्रों को उनके मूल स्कूलों में तैनात कर दिया जाएगा।

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