पुरानी पेंशन बहाली को शिक्षक व कर्मचारियों ने भरी हुंकार
बुलंदशहर: पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर गुरुवार को शिक्षकों व कर्मचारियों ने राजे...
बुलंदशहर: पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर गुरुवार को शिक्षकों व कर्मचारियों ने राजेबाबू पार्क में धरना दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। मांग पूरी न होने पर उन्होंने अगस्त माह के अंत में तीन दिन के लिए कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है।
इस मौके पर आयोजित सभा में पुरानी पेंशन बहाली मंच के अध्यक्ष सुरेंद्र यादव ने कहा कि जनवरी 2004 में केंद्र ने और अप्रैल 2005 के बाद प्रदेश सरकार में सेवा करने वाले कर्मचारियों, शिक्षकों व अधिकारियों को सेवानिवृत्त के बाद मिलने वाली पुरानी पेंशन व्यवस्था बंद कर दी। इसके स्थान पर नई बाजार आधारित अंशदायी पेंशन व्यवस्था लागू कर दी। इसमें कर्मचारी के वेतन से काटे गए फंड को शेयर मार्केट में निवेश करने का प्रावधान है। इसमें कर्मचारी द्वारा निवेश किए गए पेंशन फंड पर बेहतर रिटर्न की कोई गारंटी नहीं है। इसके चलते शिक्षकों व कर्मचारियों का भविष्य अब सुरक्षित नहीं है।
मंच के संयोजक अरविंद कुमार ने पेंशन व्यवस्था बंद करने को कर्मचारियों के साथ सरकार द्वारा किया गया धोखा बताया। मंच के उपाध्यक्ष आदित्य कुमार ने कहा कि पांच या छह साल विधायक व सेवा करने वाले जनप्रतिनिधियों को पेंशन दी जाती हैं, जबकि 30 से 35 साल तक समाज की सेवा करने वाले कर्मचारियों को पेंशन से वंचित कर दिया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में प्रदर्शनकारियों ने उन्होंने एक अप्रैल 2005 में शासकीय सेवा में आए कर्मचारियों की पेंशन बहाली की मांग की है। मांग पूरी न होने पर 29, 30 व 31 अगस्त को कार्य बहिष्कार करने चेतावनी दी है। इसके के बाद भी यदि मांग पूरी नहीं हुई तो आठ अक्टूबर को लखनऊ में विशाल रैली और 25, 26 व 27 अक्टूबर को फिर से कार्य बहिष्कार किया जाएगा। मंच के उपाध्यक्ष कौशल किशोर, अरूण राठी, राजीव मोहन, गजनफर अली, देवेंद्र कुमार, रामबाबू, अमित यादव, चंद्रकांत शर्मा, हरबीर, मोहम्मद हारून किरमानी, महीपाल ¨सह कपासिया, प्रेम ¨सह व सचिन आदि ने संबोधित किया।