बांदा : शिक्षामित्रों ने जुलूस निकाल मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन भाजपा जिलाध्यक्ष लवलेश ¨सह को सौंपा
जागरण संवाददाता, बांदा: आम शिक्षामित्र महिला संघर्ष मोर्चा ने रविवार को जुलूस निकालकर मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन भाजपा जिलाध्यक्ष लवलेश ¨सह को सौंपा। जिसमें समस्या के शीघ्र निस्तारण किए जाने की मांग की। सरोज कुमारी ने कहा कि वर्ष 2017 में समायोजन रद हो जाने के बाद बड़ी संख्या में शिक्षामित्रों ने अपने भविष्य को असुरक्षित मानते हुए आत्महत्या कर ली। सरकार बराबर शिक्षामित्रों के भविष्य को सुरक्षित करने का आश्वासन देती रही। लेकिन उनके भविष्य को लेकर कोई कार्यवाई नहीं की गई। प्रदेश में शिक्षामित्रों के आत्महत्या करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आम शिक्षामित्र एसोसिएसन की अध्यक्ष उमा ने कहा कि समस्या का निस्तारण न होने पर 18 मई को लखनऊ में अनिश्चित काल के लिए धरना दिया गया था। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि आरटीई एक्ट 2009 के तहत 1 लाख 24 हजार शिक्षामित्रों को पैराटीचर मानते हुए शिक्षक का दर्जा दिया जाए। जो शिक्षामित्र आरटीई एक्ट में किसी विधिक पहलू के कारण समाहित नहीं हो सकते है उन्हें भारत सरकार के राजपत्र 2017 के अनुसार सहायक अध्यापक पर रखते हुए 4 वर्ष में टीईटी उत्तीर्ण करने की छूट प्रदान की जाए। मृतक शिक्षामित्रों के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।