देवरिया : कस्तूरबा विद्यालयों की हुई जांच, मिलीं खामियां
देवरिया: जनपद के सात कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में जांच की गई। इस दौरान भोजन, साफ-सफाई, सीसीटीवी कैमरा, आवास की स्थिति समेत अन्य के बारे में जानकारी की। कई जगहों पर खामियां मिली हैं। इसके चलते विद्यालयों में हड़कंप मच गया।
डीएम अमित किशोर के निर्देश पर जनपद के बैतालपुर, पथरदेवा, देसही देवरिया, बरहज, भटनी, भलुअनी, भाटपाररानी के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों का अलग-अलग टीमों ने निरीक्षण किया।
पथरदेवा संवाददाता के अनुसार, एसडीएम सदर रामकेश यादव के नेतृत्व में पथरदेवा बीडीओ योगेंद्र तिवारी व सीडीपीओ सुषमा दुबे ने विद्यालय पथरदेवा-बघौचघाट का निरीक्षण किया। निरीक्षण में सभी शिक्षक, स्टाफ व वार्डेन उपस्थित मिले। विद्यालय परिसर व छात्राओं के कमरों की साफ-सफाई संतोषजनक मिला। प्रभारी वार्डेन कमलेश दुबे द्वारा परिसर की बाउंड्री को उच्च करने की बात कही। इसके बाद उपजिलाधिकारी रामकेश यादव ने हास्टल की छात्राओं से वार्ता की व शिक्षा का स्तर जांचा। छात्राओं ने गणित व अंग्रेजी के अध्यापक न होने की शिकायत की। उपस्थिति पंजिका में कुल 100 छात्राओं का पंजीकरण मिला, जिसमें कुल 74 छात्राएं उपस्थित मिलीं। शेष 26 छात्राओं को उनके अभिभावक लिखित कारण बताते हुए अपने साथ घर ले गए। टीवी व इन्वर्टर लंबे समय से खराब होने की बात सामने आई। भोजन की गुणवत्ता सही मिला। किचन की हालत ठीक नहीं मिला। शौचालय में टाइल्स नहीं लगा था। खिड़कियों के बाहर जाली नहीं लगी है। आठ सीसीटीवी कैमरा कार्य करते मिले।
बरहज कार्यालय के अनुसार, उपजिलाधिकारी बरहज घनश्याम, खंड विकास अधिकारी बरहज रतन प्रकाश चौधरी व मुख्य सेविका आंगनवाड़ी श्रीमती तारा देवी ने शनिवार को नगर स्थित कस्तूरबा बालिका विद्यालय का निरीक्षण किया। विद्यालय की वार्डेन श्रीमती आभा पांडेय ने विद्यालय में पानी निकासी व बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण जांच की मांग की। जांच टीम ने विद्यालय के भोजन व्यवस्था, आवास की स्थिति, सफाई, शिक्षण, प्रशिक्षण, मनोरंजन, सुरक्षा, चहारदीवारी की स्थिति, शौचालय आदि 15 ¨बदुओं की जांच की। भोजन का भी जायका लिया। वार्डेन ने सौर ऊर्जा लाइट खराब होने की सूचना एसडीएम को दी, जिसे 24 घंटे के अंदर ठीक कराने का आश्वासन एसडीएम ने दिया।
भलुअनी के गडेर में विद्यालय की बीडीओ रामजीत प्रसाद, मुख्य सेविका भलुअनी, कानूनगो महेश ने निरीक्षण किया। आवास की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए थे। जाली नहीं लगा था। बाउंड्री की ऊंचाई चार फीट ही मिली। यहां पर कुल पंजीकृत 100 में 63 बालिकाएं उपस्थित मिलीं। 37 अनुपस्थित का कोई भी छुट्टियों का आवेदन पत्र नहीं मिला। बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि डीएम के निर्देश पर निरीक्षण किया गया।