अव्यवस्था के बीच पढ़ने को विवश हो रहे नौनिहाल
अंबेडकरनगर : दशक भर के भीतर ग्राम पंचायतों में स्थापित परिषदीय विद्यालय के बाबत ग्राम प्रधान व...
अंबेडकरनगर : दशक भर के भीतर ग्राम पंचायतों में स्थापित परिषदीय विद्यालय के बाबत ग्राम प्रधान व ग्राम शिक्षा समितियों की उदासीनता भी परिषदीय विद्यालयों की सार्थकता में आड़े आ रही है। जलालपुर शिक्षा क्षेत्र के बहुतेरे नवीन परिषदीय विद्यालय जंगल में स्थापित हैं, जहां सूनसान स्थान के चलते उच्च प्राथमिक स्तर पर पढ़ रही बच्चियों की सुरक्षा तक के सवाल उठ रहे हैं। मिड-डे-मील का राशन तक प्रधानों द्वारा विद्यालयों के बच्चों को नहीं उपलब्ध कराया जा रहा है। उदासीनता व विभागीय लापरवाही के कारण तहसील क्षेत्र के 70 फीसदी विद्यालय में स्थापित इंडिया मार्का-टू हैंडपंप प्रदूषित पानी उगल रहे हैं। प्रस्तुत है व्यवस्था की पड़ताल करती रिपोर्ट।
केस एक : स्थान - प्राथमिक विद्यालय पेठिया। समय - 9.50 बजे।प्रधानाध्यापक सलिल कुमार, सहायक अध्यापक तरन्नुम जेहरा, शिक्षामित्र मंजू मौर्य, चंचल ¨सह, मंजू ¨सह उपस्थित मिले। पंजीकृत 104 बच्चों में विद्यालय पहुंचे 59 बच्चों को सहेज रहीं थी। यहां नए पंजीकृत 29 बच्चों में चार आए थे। विद्यालय में तमाम खामियां दिखी। चहारदीवारी ही नहीं है। शौचालय व्यवस्था ठीक नहीं है। हैंडपंप प्रदूषित पानी उगल रहा है। सफाईकर्मी के न आने से घास-फूस के बीच परिसर में स्थित झूला के राड को चोरी होना बताया गया। यहां विभागीय अधिकारी विद्यालय की ओर रुख तक नहीं करते हैं।
केस दो : स्थान - प्राथमिक विद्यालय इमलीपुर।
समय - 10.22 बजे। यहां के प्रधानाध्यापक प्राथमिक संघ के मंत्री राजेश कुमार स्वयं महज एक शिक्षामित्र नीलिमा के साथ पंजीकृत 44 में 22 बच्चों को बरामदे में पढ़ाते मिले। विद्यालय रखरखाव के अभाव में जूझ रहा है। पेठिया ग्राम पंचायत के मजरे इमलीपुर के जंगल में स्थित विद्यालय परिवार आए दिन जंगल से निकल कर जहरीले जीव-जंतु पहुंच जाते हैं। इससे बच्चों में दशहत रहती है। चहारदीवारी न रहने से आसपास के शराबी व शरारती तत्वों का दिन डूबते ही विद्यालय अड्डा बन जाता है। यहां भी सफाईकर्मी नहीं दिखता। मिड-डे-मील भी सप्ताह भर से राशन न मिलने के कारण नहीं बना है। विद्युतीकरण व शुद्ध पानी तक बच्चों को नसीब नहीं होता है।
केस तीन: स्थान - उच्च प्राथमिक विद्यालय इमलीपुर।
समय - 10.30 बजे
यह भी विद्यालय बीहड़ में स्थित है। इंचार्ज प्रधानाध्यापक बाबूराम यादव तथा सहायक पूनम यादव उपस्थित रहीं। पंजीकृत 36 बच्चों 26 उपस्थित मिले। 17 का नया पंजीकरण हुआ है। चहारदीवारी वहीन विद्यालय में 26 बच्चियां है। सभी ने सुरक्षा व्यवस्था उंगुली उठाई। यहां भी रसोई घर बंद मिला। बताया गया कि राशन ही नहीं मिला। सफाईकर्मी नहीं आता। बिजली व्यवस्था नहीं है, पानी प्रदूषित है।
-----------स्कूल में शौचालय की स्थिति खराब-
हंसवर : भूलेपुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय में शौचालय की स्थिति अत्यंत दयनीय है। सफाई न होने गंदगी का अंबार है। एक शौचालय अध्यापिकाओं के प्रयोग में है, शेष निष्प्रयोज्य है। छात्र-छात्राएं खेतों में शौच को मजबूर हैं।
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परिषदीय स्कूलों की व्यवस्था में सुधार के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। जहां भी गड़बड़ी सामने आ रही है जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों पर नजर रखने की हिदायत दी गई है।
-अतुल कुमार ¨सह,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी