अब मिडडे-मील में मिलेगी खून बढ़ाने की गोली
जागरण संवाददाता,औरैया: कुपोषण के खिलाफ जंग अब स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों से भी लड़ी...
जागरण संवाददाता,औरैया: कुपोषण के खिलाफ जंग अब स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों से भी लड़ी जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों व गरीब परिवारों के सदस्यों विशेष कर महिलाओं व बच्चियों में खून की कमी (एनीमिया) की बढ़ती संख्या को देखते हुए बचपन से ही इसको सुधारने की योजना बन रही है। इसके चलते ही अब मिड डे मील व आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलने वाले पोषक भोजन के साथ आयरन की गोलियां भी दी जाएंगी। ककोर स्थिति मुख्यालय के सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पोषण समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया।
देश में कुपोषण में सबसे ज्यादा समस्या खून की कमी है। प्रसव के दौरान अधिकांश महिलाओं में इसकी कमी के कारण समस्या होती है तो कई वार खतरे भी हो जाते है। इसको देखते हुए स्वास्थ केंद्रों व एएनएम व आंगनबाड़ी केंद्रों पर मुफ्त आयरन की गोलियां बांटी जाती हैं। यह समस्या बचपन से ही खत्म हो इसके लिए अब स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को खिलाने की व्यवस्था की गई है। मंगलवार को कुपोषण के शिकार महिलाओं और बच्चों की उचित देखरेख और प्रशासन स्तर पर उनकी मदद के लिए कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिलाधिकारी श्रीकांत मिश्रा की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की बैठक की गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि आंगनवाड़ी केंद्रों एवं विद्यालयों में गर्भवती महिलाओं एवं किशोरियों को आयरन की गोलियां खिलाई जाए। पोषाहार वितरण के समय आयरन की गोलियां वितरित की जाए। डीएम ने डॉ0 अशोक को निर्देश दिए, कि वह सभी आंगनवाड़ी केंद्रों, प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में पर्याप्त मात्रा में आयरन की गोलियां उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। 19 गांव कुपोषण मुक्त
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जनपद में 52 कुपोषण गांवों को 26 अधिकारियों द्वारा गोद लिया गया था। इस दौरान इन गांवों का समय-समय पर उनका अनुश्रवण किया गया। 52 गांव में से 19 गांव पूरी तरह से कुपोषण मुक्त हो चुके हैं। जिसमें अजीतमल और औरैया ग्रामीण के दो-दो, अछल्दा और सहार के चार-चार, ऐरवाकटरा के पांच, बिधूना एवं भाग्यनगर का एक - एक गांव शामिल है। बाकी बचे हुये गांव भी जल्द ही कुपोषण से मुक्त हो जाएंगे। अभियान के तहत चिन्हित किए गए 178475 बच्चे
कुपोषित बच्चों के चिन्हीकरण के लिए चलाए गए विशेष अभियान के तहत सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों का वजन लिया गया। जहां जून माह में 178475 बच्चों का वजन किया गया। जिसमें 10976 कुपोषित बच्चे एवं 3759 अतिकुपोषित बच्चे चिन्हित किये गए। अति कुपोषित बच्चों को संबंधित स्वास्थ्य केंद्र पर संदर्भित कर जांच कराई जा रही है। इस दौरान उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से अतिकुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा एनआरसी कानपुर भेजा जा रहा है।