महराजगंज : प्रान्तीय कार्यसमिति एवं जनपदीय अध्यक्ष/मंत्री की बैठक, शिक्षक भवन रिसालदार पार्क लखनऊ में सम्पन्न, UPPSS महराजगंज के जिलाध्यक्ष केशवमणि त्रिपाठी ने व्यक्तिगत रूप से मिलकर जनपद की समस्याओं पर और 09 अगस्त 2018 के पुरानी पेंशन बहाली जनपद में होने जा रहे धरने के आगाज पर विस्तृत चर्चा प्रान्तीय अध्यक्ष डॉ दिनेश चन्द्र शर्मा से की ।
*सम्मानित शिक्षक भाईयों एवं बहनों* वर्तमान समय में *प्रदेश ही नहीं पूरे हिंदुस्तान के लगभग 50 लाख पुरानी पेंशन से वंचित 2005 के बाद नियुक्त युवा शिक्षक -अधिकारियों और कर्मचारियों का मुख्य मुद्दा पुरानी पेंशन बहाली है ...*
आज इस बारे में मैं बेबाक रूप से कहना चाहता हूँ कि *निःसंदेह अन्य संगठनों ने प्रदेश ही नहीं पूरे देश में युवा पेंशन विहीन साथियों में एक उम्मीद और आशा की किरण पैदा की इसके लिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं...*
मैं वर्तमान में सभी संघों को और उनके अगुवाकारों को धन्यवाद देता हूँ कि आप सब पुरानी पेंशन पाते हुए भी कम से कम वक्त की नजाकत और *हम युवा जनशक्ति की इस मूलभूत समस्या व पीड़ा को समझकर हम सभी के साथ संघर्ष में आये और हमारे मार्गदर्शक बने।* बस एक ही निवेदन है कि चाहे अंजाम कुछ भी हो किसी भी प्रकार से *इस मुहिम को कमजोर मत होने देना और पुरानी पेंशन बहाली से नीचे किसी भी बात पर समझौता मत करना...*
साथियों, हमारे लिए कोई भी *संघ छोटा या बड़ा* नहीं है । जो भी संघ या अगुवाकार वर्तमान समय में पुरानी पेंशन बहाली के लिए संकल्पित है,वो सब *धन्यवाद* के पात्र हैं। लेकिन वर्तमान समय में मैं इधर कुछ दिनों से देख रहा हूं कि हमारे *प्राथमिक शिक्षक संघ* ने प्रदेश में *शिक्षक -अधिकारियों और कर्मचारियों को एक मंच* पर लाकर पुरानी *पेंशन बहाली* के लिए संघर्ष के कार्यक्रमों की घोषणा की गई है (जिसका कि आगाज *9 -अगस्त 2018 को प्रातः 10:00 बजे* प्रदेश के *समस्त जिला मुख्यालयों पर पुरानी पेंशन बहाली* से संबंधित संघर्ष के कार्यक्रम का एलान से किया गया)....तब से कुछ लोग दिन-रात सोशल मीडिया पर केवल यही लिखने का काम कर रहे हैं और प्रसारित करने का काम कर रहे हैं--- कि फलाने 13 साल से कहां थे/फलाने 15 साल से कहां थे/ जब पेंशन बंद की गई थी तब क्यों सो रहे थे /अब ही क्यों जागे/ये लोग हम को भ्रमित कर रहे हैं/यह सब की पेंशन बहाल नहीं होने देंगे आदि-आदि।
बेहतर होगा आलोचना करने के बजाय सही दिशा में ऊर्जा का प्रयोग किया जाए।जिससे हम लोगों को पछताना न पड़े बाद में तो मैं ऐसे लोगों से कहना चाहता हूँ कि *हम -आप पुरानी पेंशन से वंचित 21वीं सदी के युवा नौजवान हैं। वर्तमान समय में कोई भी संघ या किसी भी संगठन का अगुवाकार हम युवाओं को बरगला नहीं सकता* हमको तो फक्र है कि अभी तक आप और कुछ संगठन पुरानी पेंशन बहाली के लिए सक्रिय थे । लेकिन वर्तमान समय में जब हमारा *मान्यता प्राप्त संगठन प्राथमिक शिक्षक संघ सहित प्रदेश और देश के लगभग समस्त कर्मचारी -अधिकारी- शिक्षक संगठनों* ने पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई पूरी तन्मयता के साथ लड़ने का संकल्प लिया है तो *हम सभी को भी अपनी पूरी शक्ति लगाकर कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष* करना चाहिए जिससे हम अपने लक्ष्य *पुरानी पेंशन* को शीघ्रातिशीघ्र पा सकें। इसके लिए आप सभी को *जिलाधिकारी कार्यालय महराजगंज के सामने दिनांक 9 अगस्त,दिन : गुरुवार : 10-बजे* से होने वाले धरने में अपनी उपस्थिति दर्ज करायें।
और आलोचना करने वाले लोगों को बताना चाहता हूं *कि कहीं ऐसा न हो कि आरोप-प्रत्यारोप के इस दौर में पुरानी पेंशन बहाली मुद्दा पीछे छूट जाए जिससे हम आप सब अपने आप को ठगा महसूस करें।*
मैं यह भी कहना चाहता हूँ कि कुछ लोग कह रहे हैं कि *अंदर कमरे में बैठकर समझौता हो जाएगा तो ऐसे लोगों को बताना चाहता हूँ कि प्रदेश के लगभग 15 लाख पुरानी पेंशन से वंचित शिक्षकों -अधिकारियों और कर्मचारियों को जो भी संघ या अगुवाकार भ्रमित करने का काम करेगा या समझौता करने का काम करेगा उसको आने वाला इतिहास कभी माफ नहीं करेगा और वह व्यक्ति वर्तमान समय में कहीं मुंह छुपाने लायक नहीं रहेगा।*
अब आज जो पुरानी पेंशन पा रहे थे उन्होंने भी *परिषदीय शिक्षकों की पीड़ा को समझा तो क्या वर्तमान समय में जब प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष* के कार्यक्रम का ऐलान किया है तो उसको *धन्यवाद* न देते हुए *आरोप प्रत्यारोप* किया जाना उचित है।
*मैं ऐसे आरोप प्रत्यारोप करने वाले लोगों की निंदा करता हूं और बताना चाहता हूं कि अभी भी वक्त है साथ आइए हम को और आपको पुरानी पेंशन से मतलब है जिसको एमपी, एमएलए, एमएलसी का चुनाव लड़ना होगा तो वह जाने और उसका काम जाने। पुरानी पेंशन बहाली समझौता कतई मंजूर नहीं होगा और जो भी पुरानी पेंशन बहाली पर किसी भी प्रकार का षड्यंत्र रचने का कार्य करेगा वह शिक्षक- अधिकारी और कर्मचारी समाज में बेनकाब हो जाएगा और वह समाज को छोड़ दीजिए अपने घर में मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगा।*
इसलिए मैं *सभी संगठनों और उनके अगुवाकारों तथा सभी पुरानी पेंशन से वंचित जांबाज साथियों से कहना चाहता हूं कि किसी भी संघ या व्यक्ति की आलोचना और आरोप-प्रत्यारोप को विराम देकर पुरानी पेंशन बहाली के लिए सहयोग करने वाले हर संगठन को अपने ईगो और व्यक्तिगत प्रतिद्वंदिता को छोड़कर खुले दिल से सहयोग समर्थन किया जाए जिससे सभी शिक्षक अधिकारी और कर्मचारी संगठनों तथा पेंशन विहीन साथियों में एकरूपता बनी रहे और हम सभी लोग एकजुट होकर के पुरानी पेंशन बहाली के लिए क्रांतिकारी संघर्ष कर सकें --- व हम सब को हमारा सर्वमान्य संवैधानिक हक पुरानी पेंशन मिल सके ।।*धन्यवाद।।*
*निवेदक-*
*केशवमणि त्रिपाठी (जिला अध्यक्ष- कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच)*
*श्री भागवत सिंह (जिला संयोजक- कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच महराजगंज)*
*सत्येंद्र कुमार मिश्र (वरिष्ठ उपाध्यक्ष- कर्मचारी, शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच)*
*मनौवर अली (कोषाध्यक्ष-कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच)*
*मुश्किल नहीं है, कुछ इस जहाँ में*
*तूं जरा घर से बाहर तो निकल,*
*नई पेंशन पुरानी में बदल जाएगी,*
*तूं अपने अधिकार की लड़ाई में,*
*अपने साथियों के साथ तो चलके देख।*
*पुरानी पेंशन बहाली मंच महराजगंज*
*तूं जरा घर से बाहर तो निकल,*
*नई पेंशन पुरानी में बदल जाएगी,*
*तूं अपने अधिकार की लड़ाई में,*
*अपने साथियों के साथ तो चलके देख।*
*पुरानी पेंशन बहाली मंच महराजगंज*
*उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ*
*शाखा - महराजगंज*
*शाखा - महराजगंज*
*दयानन्द त्रिपाठी, चन्द्रभान प्रसाद (जिला मीडिया प्रभारी) कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच, जनपद - महराजगंज, उत्तर प्रदेश*