23 सालों में नहीं बन सका विद्यालय
प्राथमिक विद्यालय का निर्माण 23 सालों में भी पूरा नहीं हो सका। भवन प्रभारी ने निर्माण के लिए आई धनराशि को खर्च कर लिया। तब से आज तक भवन पूरा नहीं हो सका।...
संवाद सूत्र, कुसमरा (मैनपुरी): बेसिक शिक्षा विभाग की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। इसी बदहाली का एक नमूना है नगला बख्ती का प्राथमिक विद्यालय। इसका निर्माण 23 सालों में भी पूरा नहीं हो सका।
नगला बख्ती में वर्ष 1995 में बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से प्राथमिक विद्यालय स्वीकृत हुआ था। भवन के निर्माण के लिए शिक्षक अंगद ¨सह को प्रभारी बनाया गया था। उन्होंने थोड़ा कार्य कराने के बाद कार्य बंद कर दिया। इसके बाद तत्कालीन प्रधान किशनलाल को निर्माण का जिम्मा मिला। लेकिन कुछ दिन बाद ही उनकी मौत हो जाने के चलते शिक्षक सत्यभान ¨सह को ये जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने विद्यालय निर्माण के आई धनराशि को तो निकाल लिया। भवन के नाम पर दीवारें खड़ी कर केवल बरामदे पर ही लेंटर डलवाया, जो कुछ समय बाद चटक गया। शिकायत पर मामले की जांच हुई तो शिक्षक सत्यभान ¨सह को निलंबित कर दिया गया। जिसके बाद आज तक विद्यालय नहीं बन सका। हालांकि बाद में स्वीकृत हुए दो अतिरिक्त कक्षों के बनने से उनमें अब शिक्षण कार्य हो रहा है। सकुंल प्रभारी वैभव यादव का कहना है कि मामला बहुत पुराना है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को कई बार भेजी जा चुकी है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।