गोरखपुर : वित्त एवं लेखाधिकारी से 2.50 लाख रुपये ठगे
गोरखपुर : कुशीनगर में तैनात वित्त एवं लेखाधिकारी को फर्जी खतौनी दिखाकर जालसाज ने 2.50 लाख रुपये हड़प ले लिए। सच्चाई पता चलने पर उन्होंने रुपये वापस मांगे तो दो बार चेक दिया जो बाउंस हो गए। कैंट पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश कर रही है। 1सीओ कैंट को दिए प्रार्थना पत्र में आलोक राय ने लिखा है कि वह गोरखपुर बीएसए कार्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में वित्त एवं लेखाधिकारी के पद पर तैनात रहे हैं। उस दौरान उनकी मुलाकात कूड़ाघाट के महादेव झारखंडी निवासी प्रकाश श्रीवास्तव से हुई थी। गोरखपुर में जमीन खरीदने की इच्छा जताने पर उसने एक जमीन का कागज दिखाया और 14.50 लाख में सौदा तय हो गया। आलोक राय के मुताबिक 27 अक्टूबर 2017 को उन्होंने बतौर एडवांस प्रकाश को 2.50 लाख रुपये दे दिए। छानबीन में जालसाजी की जानकारी होने पर उन्होंने प्रकाश से संपर्क किया तो रुपये लौटाने की बात करते हुए उसने चेक दे दिया जो बाउंस हो गया। शिकायत करने पर दोबारा चेक दिया। उसका भी भुगतान नहीं हुआ। आलोक का आरोप है कि दो सितंबर की शाम प्रकाश उन्हें पैडलेगंज तिराहे पर मिला। रुपये मांगने पर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकला। कैंट पुलिस ने आरोपित के खिलाफ जालसाजी कर रुपये हड़पने और धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है।