गोरखपुर : 31 शिक्षकों का रोका वेतन, कसा शिकंजा, अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, 10 टीमों ने की एक साथ 63 विद्यालयों की जांच
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : नगर क्षेत्र के विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के नेतृत्व में गठित 10 टीमों ने एक साथ 63 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों की जांच की और अनुपस्थित मिले या देर से आए 31 शिक्षकों का वेतन रोक दिया। इनमें से 28 शिक्षकों का एक दिन का वेतन रोका गया है, जबकि तीन का वेतन अगले आदेश तक रोकने का निर्देश दिया गया है। पांच शिक्षकों व शिक्षामित्रों को चेतावनी देते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। बीएसए ने सुबह नगर संसाधन केंद्र पर शिक्षकों की बैठक भी ली।1जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने शुक्रवार को 10 टीमों का गठन कर नगर क्षेत्र में जांच का आदेश दिया था। खजनी के खंड शिक्षा अधिकारी ब्रजेश राय के नेतृत्व में टीम ने प्राथमिक विद्यालय महुई सुघरपुर, पूर्व माध्यमिक विद्यालय स्वींटन की जांच की। 1भटहट के खंड शिक्षा अधिकारी अविनाश दीक्षित के नेतृत्व में टीम ने प्राथमिक विद्यालय माधोपुर, प्राथमिक विद्यालय, डोमिनगढ़ प्रथम, एमआइएस इंचार्ज अभिषेक पांडेय के नेतृत्व में प्राथमिक विद्यालय खूनीपुर, प्राथमिक विद्यालय बसंतपुर, बीईओ चरगांवा राजेश वैश्य के नेतृत्व में प्राथमिक विद्यालय सेमरा दो, प्राथमिक विद्यालय राजी सेमरा की जांच की गई। खंड शिक्षा अधिकारी ब्रrापुर उदयभान कुशवाहा के नेतृत्व में प्राथमिक विद्यालय पीएससी, पूर्व माध्यमिक विद्यालय पीएससी, जिला समन्वयक दीपक पटेल के नेतृत्व में प्राथमिक विद्यालय तुर्कमानपुर नवीन, प्राथमिक विद्यालय बहरामपुर दक्षिणी, प्राथमिक विद्यालय महेवा, प्राथमिक विद्यालय शास्त्रीनगर, खंड शिक्षा अधिकारी पिपरौली संध्या के नेतृत्व में प्राथमिक विद्यालय महादेव झारखंडी, बीईओ जंगल कौड़िया रामआसरे के नेतृत्व में प्राथमिक विद्यालय बनकटवा, प्राथमिक विद्यालय, गोरखनाथ कन्या व प्राथमिक विद्यालय गोरखनाथ बालक का निरीक्षण किया गया। इस दौरान कई शिक्षक समय से स्कूल पर उपस्थित नहीं मिले।’
अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई,
10 टीमों ने की एक साथ 63 विद्यालयों की जांच