सिद्धार्थनगर : बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े के मामले में बेसिक शिक्षा विभाग ने अंतत: 38 में से फर्जीवाड़े में 32 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
सिद्धार्थनगर : बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े के मामले में बेसिक शिक्षा विभाग ने अंतत: 38 में से 32 शिक्षकों के विरुद्ध पुलिस ने फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज करना पड़ा। शनिवार को भी इसे लेकर लंबी कसरत हुई। सभी बीइओ ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की। दिन भर थाने से पुलिस आफिस व कलेक्ट्रेट का चक्कर लगाने के बाद अंतत: देर शाम मुकदमा दर्ज हो पाया। बीइओ शोहरतगढ़ के न होने से छह शिक्षकों पर शनिवार को मुकदमा नहीं दर्ज हो सका।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने को लेकर शुक्रवार रात बेसिक शिक्षाधिकारी ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों की क्लास ली। बीएसए ने चेतावनी दी कि अब यदि उनके द्वारा इन शिक्षकों के साथ नर्मी बरती गई तो वह इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। मुकदमा दर्ज कराने में जो हीलाहवाली करेगा उसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए तीन बार सभी खंड शिक्षाधिकारियों को लिखा जा चुका है।
इसका नतीजा रहा कि सुबह खंड शिक्षाधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल सदर थाने पहुंच गया। वहां प्रभारी निरीक्षक से वार्ता हुई और उसके बाद वे सभी लौट गए। मुकदमा दर्ज न होने पर खंड शिक्षाधिकारियों का प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिला। आरोप लगाया कि बीएसए मुकदमा दर्ज कराने को कह रहे हैं और थाने में उनका मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा है।
जिला प्रशासन द्वारा कहा गया था कि सभी के मुकदमे एक ही जगह दर्ज होंगे, पर सदर थाने में मुकदमा दर्ज करने से आनाकानी की जा रही है। इसके लिए बीएसए का कव¨रग लेटर मांगा जा रहा था। इस पर जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू ने बीएसए व एएसपी से बात की। बाद में पुलिस सभी मुकदमे एक ही जगह दर्ज करने को तैयार हो गई। दिन भर की कसरत के बाद शाम करीब सात बजे एक बार फिर खंड शिक्षाधिकारियों का प्रतिनिधि मंडल सदर थाने पहुंचा। प्रभारी निरीक्षक सदर शमशेर बहादुर ¨सह ने कहा कि 38 में से 32 फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध तहरीर मिली है। उनके विरुद्ध धारा 419, 420, 467, 468, 471 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
तहरीर देने वालों में यह रहे शामिल : खंड शिक्षाधिकारी जोगिया रीता गुप्ता, बढ़नी अभिमन्यु, डुमरियागंज चन्द्रभूषण पाण्डेय, खेसरहा विजय आनंद, खुनियांव शिव कुमार, उस्का सीमा पांडेय।