लखनऊ : स्कूली बच्चों में 70 फीसदी तनाव की वजह पढ़ाई
- नेता जी सुभाष चन्द्र बोस महिला महविद्यालय में मानसिक रोग पर एक दिवसीय कार्यशाला
लखनऊ। हिन्दुस्तान संवादमहिला प्रकोष्ठ तथा मनोविज्ञान विभाग के संयुक्त तत्ववधान में अलीगंज स्थित नेता जी सुभाष चन्द्र बोस महिला महविद्यालय में मानसिक रोग पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विशेषज्ञ ने मानसिक बीमारी व उससे बचाव के उपाय बताए। वही छात्राओं ने भी सवाल पूछे। मनोचिकित्सक अभिषेक ने बताया कि जब एक व्यक्ति ठीक से सोच नहीं पाता, उसका अपनी भावनाओं और व्यवहार पर काबू नहीं रहता, तो ऐसी हालत को मानसिक रोग कहते हैं। मानसिक रोग के लक्षण, हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। ये इस बात पर निर्भर करते हैं कि उसे कौन-सी मानसिक बीमारी है। मानसिक रोग किसी को भी हो सकता है। लेकिन ज्यादातर केस में लोग काउंसलिंग करवाने से डरते हैं कि लोग उन्हें पागल समझेंगे और समस्या बढ़ जाती है। मानिसक रोग कई प्रकार के होते हैं, तनाव, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन, गुस्सा ये सभी इसी के अंतर्गत आते हैं। विशेषज्ञ मधुबाला ने कहा कि पढ़ने वाले 23 फीसदी छात्र-छात्राएं तनाव की चपेट में हैं। 70 फीसदी तनाव की वजह पढ़ाई है। अच्छे नंबर हासिल करने की होड़ है। बाकी 30 प्रतिशत छात्र-छात्राएं दूसरे कारणों से तनाव की गिरफ्त में आ रहे हैं। वही छात्राओं ने अवसाद व मानसिक तनाव से दूर रहने के बारे सवाल पूछे। उन्हें बताया गया कि अपनी बात को निसंकोच कहे और अकेले न रहे। इस मौके पर प्रधानाचार्या डॉ अनुराधा तिवारी, शालिनी श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।