लखनऊ : विश्वकर्मा पूजा पर स्कूलों में नहीं होगी छुट्टी, जानिए क्या कहते हैं टीचर
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में 17 सितंबर को होने वाली विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी रद्द कर दी है। दरअसल योगी सरकार बनने पर कई छुट्टियां खत्म करने का फैसला किया गया था, लेकिन अब सरकार बैकफुट होकर उन छुट्टियों को बहाल कर चुकीं हैं। इसी क्रम में विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी को लेकर सचिव उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद रूबी सिंह द्वारा इसमें फेरबदल करते हुए विद्यालय खुले रहने का आदेश दिया गया है । रूबी सिंह के द्वारा कहा गया है कि विद्यालय में बच्चों को विश्वकर्मा के बारे में जानकारी दी जाए। विश्वकर्मा महाराज की जयंती इस साल 17 सितंबर को मनाई जा रही है।
बता दें कि योगी सरकार ने इस वर्ष वार्षिक कैलेंडर में तमाम अवकाश खत्म कर दिए हैं। सरकार का मानना है कि महापुरुषों की जयंती पर विद्यालय बंद नहीं होना चाहिए, बल्कि बच्चों को महापुरुष का कृतित्व व व्यक्तित्व बताया जाना चाहिए। इसके बाद भी शुक्रवार से सोशल मीडिया पर पिछले वर्षों की अवकाश तालिकाओं को पोस्ट करके स्कूलों में छुट्टी होने का दुष्प्रचार किया जा रहा था। परिषद सचिव के संज्ञान में यह मामला आने पर उन्होंने सभी बीएसए को पत्र लिखा है।
15 महापुरुषों की जयंती व बलिदान दिवस पर अवकाश रद्द किए गए
जानकारी हो कि प्रदेश सरकार ने पिछले साल 15 महापुरुषों की जयंती व बलिदान दिवस पर घोषित सार्वजनिक अवकाश रद्द कर दिए थें। सरकार के इस फैसले को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी थी। इनको सार्वजनिक अवकाश की सूची से हटाकर निर्बंधित अवकाश की सूची में शामिल कर लिया गया था। खास बात यह है कि ये सभी छुट्टियां सपा सरकार के समय घोषित की गई थीं।
जानिए शिक्षकों की राय
शिक्षकों ने छुट्टियों को रद्द करने संबंधी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश को सराहनीय बताते हुए इसकी प्रशंसा की है। शिक्षकों का कहना है कि इससे स्कूलों में जहां बच्चों को महापुरुषों के बारे में जानकारी मिलेगी वहीं पढ़ाई होने से उनके शैक्षिक स्तर में भी सुधार आएगा। मुख्यमंत्री के फैसले को लेकर जब शिक्षकों से बात की गई तो उन्होंने इस तरह अपनी राय व्यक्त की..
गोमती नगर निवासी मधु सिंह का कहना हैं कि मुख्यमंत्री द्वारा छुट्टियां रद्द करने का फैसला सराहनीय है। छुट्टियां रद्द होने से सीधा लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा। इससे शिक्षा बेहतर होगी और रिजल्ट भी बेहतर आएगा। स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार होगा।