अमेठी : शिक्षक भर्ती परीक्षा, जांच करने पहुंचे एडीएम को नहीं मिले कोई अभिलेख
हिन्दुस्तान टीम,अमेठी। शिक्षक भर्ती में हुई धांधली पर बेसिक शिक्षा महकमा पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है। शायद यही वजह है कि मामले की जांच करने पहुंचे अपर जिलाधिकारी को महकमे द्वारा कोई भी अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए जा सके। घंटे भर रुकने के बाद एडीएम बैरंग लौट गए। उन्होंने कड़े तेवरों में शीघ्र अभिलेख उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए।
वर्ष 2016 में हुई 16448 शिक्षक भर्ती परीक्षा की जिले में जांच शुरू हो गई है। एक शिक्षक नेता ने आरोप लगाया था कि इसी वर्ष हुई 15 हजार व 16448 शिक्षक भर्ती परीक्षा में व्यापक धांधली की गई है। मामले में तत्कालीन बेसिक शिक्षाधिकारी राजकुमार पंडित द्वारा आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं किया गया। इसके साथ ही कई अन्य आरोप भी मढ़े गए हैं। जिसको संज्ञान लेते हुए शासन ने एडी बेसिक, अपर जिलाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में एक समिति गठित की है। अपर जिलाधिकारी ईश्वरचंद्र सोमवार को बेसिक शिक्षा कार्यालय जांच करने के लिए पहुंचे। जहां मौजूद खंड शिक्षाधिकारी माधवराज त्रिपाठी से उन्होंने अभिलेख तलब किए। कार्यालय के लोगों द्वारा बताया गया कि बेसिक शिक्षाधिकारी विनोद कुमार मिश्र व पटल सहायक राजनरायण पांडे नोडल अधिकारी के कार्यक्रम में है। एडीएम ने कहा कि आगामी 12 तारीख को शिकायतकर्ता को भी बुलाया गया है। तब तक जांच प्रक्रिया पूरी करनी है। विभाग द्वारा अपेक्षित सहयोग नहीं किया जा रहा है। हालांकि अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।
नहीं हुआ पुलिस वेरीफिकेशन
भर्ती प्रक्रिया में किसी भी अभ्यर्थी का पुलिस वेरीफिकेशन नहीं कराया गया। ऐसे में किसी के चरित्र का सत्यापन नहीं हो सका। प्रमाण पत्रों में हेरफेर जांच का एक बिंदु प्रमाण पत्रों में हेरफेर भी है। कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने 15 हजार भर्ती में आरक्षण का लाभ नहीं लिया, जबकि 16448 प्रक्रिया में आरक्षण में चयनित हो गए हैं।