एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

इलाहाबाद : नौ जिलों में राज्य पुरस्कार पाने को योग्य शिक्षक नहीं, बेसिक शिक्षा निदेशक ने बीएसए से मांगा स्पष्टीकरण, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों की गुणवत्ता सुधार में रुचि नहीं ले रहे

0 comments

इलाहाबाद : नौ जिलों में राज्य पुरस्कार पाने को योग्य शिक्षक नहीं, बेसिक शिक्षा निदेशक ने बीएसए से मांगा स्पष्टीकरण, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों की गुणवत्ता सुधार में रुचि नहीं ले रहे

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : सख्त निर्देशों के बाद भी बेसिक शिक्षा अधिकारियों की कार्यशैली बदलने का नाम नहीं ले रही है। बीएसए न केवल वरिष्ठ अफसरों को सूचनाएं देने में हीलाहवाली कर रहे हैं, बल्कि उनके जिले में अच्छा कार्य करने वालों को भी आगे लाने को भी तत्पर नहीं है। यही वजह है कि राज्य शिक्षक पुरस्कार 2017 के लिए प्रदेश के नौ बीएसए ने एक भी शिक्षक का नाम नहीं सुझाया। बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेकर सभी से जवाब तलब किया है।

राज्य शिक्षक पुरस्कार पाना हर शिक्षक के लिए गौरव की बात होती है। साथ ही उस जिले का भी प्रदेश भर में नाम होता है, जहां के शिक्षक पुरस्कार पाते हैं। आमतौर पर यह पुरस्कार पाने के लिए शिक्षक व अधिकारी मिलकर प्रयास करते हैं, लेकिन जालौन, कौशांबी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, मथुरा, मुरादाबाद, रामपुर, सिद्धार्थनगर व सीतापुर के बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने राज्य शिक्षक पुरस्कार 2017 पाने के लिए कोई रुचि नहीं दिखाई। तय समय में उन्होंने अपने जिले के किसी शिक्षक नाम इसके लिए प्रस्तावित ही नहीं किया, जबकि बेसिक शिक्षा निदेशक कार्यालय से लगातार सभी जिलों को पत्र भेजे गए और दूरभाष पर भी अवगत कराया गया।

निदेशक डॉ. सिंह ने नौ जिलों के बीएसए को अब पत्र भेजकर कहा है कि यह प्रतीत होता है कि आपके जिले में ऐसा कोई शिक्षक कार्यरत ही नहीं है, जिनका कार्य उल्लेखनीय अथवा उनका कार्य उत्कृष्ट रहा हो। इससे यह भी साबित होता है कि आप सभी जिले के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों की गुणवत्ता सुधार के लिए उपाय किए जाने में आप रुचि नहीं दिखा रहे हैं। आपका कार्य शासन की मंशा के अनुरूप नहीं हो रहा है। उन्होंने भेजे गए पत्र में यह भी कहा कि यह स्थिति अत्यंत खेदजनक है। इसका स्पष्टीकरण 17 सितंबर तक ईमेल पर उपलब्ध कराएं। इस पत्र से संबंधित जिलों में हड़कंप मचा है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।