लखनऊ : एक हजार जूनियर हाईस्कूलों में चलेंगी स्मार्ट क्लास
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : परिषदीय जूनियर हाईस्कूलों के बच्चे भी अब कंप्यूटर और प्रोजेक्टर के जरिये शिक्षा हासिल कर सकेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग परिषदीय जूनियर हाईस्कूलों में स्मार्ट क्लास संचालित करने की दिशा में कदम बढ़ाने जा रहा है। पहले चरण में प्रदेश के 25 जिलों के 1000 जूनियर हाईस्कूलों में स्मार्ट क्लास संचालित करने की योजना है। इनमें प्रदेश के आठ आकांक्षी (अति पिछड़े) जिले भी शामिल हैं।
योजना के तहत चिह्न्ति 25 जिलों में से हर जिले में 40 जूनियर हाईस्कूलों में चालू शैक्षिक सत्र में स्मार्ट क्लास संचालित की जाएंगी। स्मार्ट क्लास संचालित करने के लिए प्रत्येक जूनियर हाईस्कूल को एक कंप्यूटर और प्रोजेक्टर दिया जाएगा। योजना के पहले चरण में प्रदेश के वे 25 जिले चिह्न्ति किये गए हैं, जिनका प्रदर्शन केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रलय की ओर से आयोजित राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में 46 प्रतिशत से कम रहा है।
दूसरे चरण में प्रदेश के और 25 जिलों में अगले शैक्षिक सत्र में इस योजना को लागू करने का इरादा है। वहीं तीसरे चरण में सत्र 2020-21 में इसे प्रदेश के बाकी बचे जिलों के जूनियर हाईस्कूलों में लागू करने की योजना है। समग्र शिक्षा अभियान के प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड ने सूचना संचार प्रौद्योगिकी योजना (ऑपरेशन डिजिटल ब्लैकबोर्ड) के तहत चालू वित्तीय वर्ष के लिए उप्र के 949 परिषदीय जूनियर हाईस्कूलों में स्मार्ट क्लास संचालित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। प्रत्येक स्कूल के लिए एक लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। इनमें से 353 स्कूल ऐसे हैं जिनमें अभी बिजली की सुविधा नहीं है। केंद्र सरकार ने इन स्कूलों के विद्युतीकरण की प्रत्याशा में उनके लिए धनराशि मंजूर की है।
यहां लगेंगी स्मार्ट क्लास
बहराइच, बलरामपुर, श्रवस्ती, चंदौली, चित्रकूट, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, फतेहपुर, बुलंदशहर, फीरोजाबाद, गाजीपुर, गोरखपुर, झांसी, कन्नौज, कानपुर नगर, कासगंज, कौशांबी, मीरजापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, रामपुर, सहारनपुर, संभल, शामली और वाराणसी।
समग्र ग्राम के स्कूलों में भी स्मार्ट क्लास
प्रदेश में समग्र ग्राम विकास योजना के तहत पहले चरण में चिह्न्ति 914 गांवों के परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में भी स्मार्ट क्लास संचालित करने की योजना है।