परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा में सुधार की जरूरत : नोडल अधिकारी
जिले में विकास कार्यों की समीक्षा और सरकारी योजनाओं की स्थिति देखने आए जिले के नोडल अधिकारी।...
बदायूं : जिले में विकास कार्यों की समीक्षा और सरकारी योजनाओं की स्थिति देखने आए जिले के नोडल अधिकारी आबकारी आयुक्त धीरज साहू को शैक्षिक गुणवत्ता सही नहीं मिली। उनके इम्तिहान में परिषदीय विद्यालय पूरी तरह से फेल हो गए। इस बात पर उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा में सुधार की जरूरत है। इसके बाद उन्होंने सरकारी योजनाओं का हाल लेते हुए लोगों से वास्तविकता को परखा। कहा कि शासन की ओर से दी जाने वाली सभी जन कल्याणकारी योजनाएं गरीब पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाई जाएं। पट्टे की भूमि पर न खेती करने वाले लोगों के पट्टे निरस्त किए जाएं। गांव में दो कच्चे रास्तों को पक्के बनवाने जाए।
मंगलवार को विकास खण्ड उझानी के गांव बुटला खंजन देवरई पश्चिमी में नोडल अधिकारी सरकारी अमले के साथ पहुंचे। इससे पहले उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा की। गांवों में पहुंचने पर उन्होंने लोगों से कहा कि अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों एवं विद्यालयों में पढ़ने जरूर भेजें। शिक्षा से वंचित कोई भी बच्चा नहीं रहना चाहिए। विद्यालय में बच्चों को किताबें, जूते-मोजे, बैग, ड्रेस एवं नि:शुल्क शिक्षा दी जाती है। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शेष बचे शौचालयों का जल्द से जल्द निर्माण कराने के निर्देश दिए। पात्र लोगों को जिन्हें पेंशन नही मिल रही है, उन्हें पेंशन का लाभ दिलाने को कहा। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि गांव में गला घोटू, खुरपका एवं मुंहपका के टीके लगाए जाएं और पशुओं का बीमा भी करवाया जाए। डीएम दिनेश कुमार ¨सह ने कौशल विकास मिशन के अंतर्गत गांव के लोगों को बताया कि पढ़े लिखे नौजवान बच्चों को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण पूर्ण हो जाने के बाद विभिन्न कंपनियों की ओर से रोजगार उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने सभी लोगों को बताया कि जिन लोगों ने बैंक से केसीसी पर लोन ले रखा है उससे ऑटोमेटिक फसल का बीमा हो जाता है जिस व्यक्ति ने लोन नहीं लिया है वह बैंक जाकर अपने क्षेत्र के आच्छादित फसल का बीमा करा सकते हैं। बाद में नोडल अधिकारी ने कछला में मुक्तिधाम, सहसवान में कार्यदाई संस्था सीएनडीएस की ओर से निर्माणाधीन जुनैरा में आईटीआई एवं तहसील सहसवान का निरीक्षण किया। बकसिया से घोबर मार्ग की गुणवत्ता को परखा। तहसील में निरीक्षण करते हुए एसडीएम को निर्देश दिए कि कोई भी फाइल पें¨डग न रखी जाए।