पुरानी पेंशन बहाली के लिए शिक्षकों ने बनाई रणनीति
महराजगंज:पुरानी पेंशन बहाली और शिक्षकों की समस्याओं को दूर करने के लिए मंगलवार को बीआरसी घुघली पर प्राथमिक शिक्षक संघ महराजगंज के जिला अध्यक्ष केशव मणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन शिक्षकों की आवश्यकता है जो बुढ़ापे का एक मात्र सहारा है। उन्होंने कहा कि लखनऊ में होने वाले प्रदर्शन में सभी शिक्षक एकजुट होकर पुरानी पेंशन की बहाली के लिए संघर्ष करें। इसके लिए उन्होंने आह्वान किया कि घुघली से अधिक से अधिक संख्या में पुरानी पेंशन बहाली के लिए शिक्षक लखनऊ के लिए प्रस्थान करें। इसके अलावा उन्होंने शिक्षकों की समस्याओं को दूर करने के लिए सभी शिक्षकों का आश्वस्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ शिक्षकों के सम्मान और उनके अधिकार के लिए हमेशा संघर्ष करता रहेगा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री सत्येंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि पुरानी पेंशन शिक्षकों के बुढ़ापे की एकमात्र लाठी है जिसको पाने का अधिकार सभी शिक्षकों को है। उन्होंने कहा कि सरकार तत्काल पुरानी पेंशन को लागू कर शिक्षकों के बुढ़ापे की लाठी को मजबूत करें। इस अवसर पर पुरानी पेंशन बहाली मंच के तहसील अध्यक्ष और प्राथमिक शिक्षक संघ मिठौरा के ब्लॉक अध्यक्ष अभय दुबे ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए सभी शिक्षक एकजुट होकर पुरानी पेंशन के लिए अपने संघर्षों को तेज करें। इस अवसर पर बोलते हुए इस अवसर पर बोलते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अर¨वद कुमार गुप्त ने कहा कि शिक्षकों की एकजुटता ही शिक्षकों को पुरानी पेंशन दिलाने में मदद करेगी। इस अवसर पर प्राथमिक शिक्षक संघ घुघली के ब्लॉक मंत्री राजू कुमार ¨सह ने कहा कि एकजुट होकर संघर्ष करने से ही पुरानी पेंशन पाने का मार्ग प्रशस्त होगा। इस अवसर पर शिक्षक डा. धनंजय मणि त्रिपाठी ने कहा कि पुरानी पेंशन शिक्षकों के बुढ़ापे
की लाठी है। यदि पुरानी पेंशन बहाल नहीं किया गया तो रिटायरमेंट के बाद शिक्षक बेबस और काहिल जीवन जीने के लिए मजबूर हो जाएंगे । इसलिए यह आवश्यक है कि पुरानी पेंशन को बहाल कर शिक्षकों को उनके बुढ़ापे की लाठी को मजबूत किया जाए। इस अवसर पर परमानंद विश्वकर्मा,श्रीमती आकांक्षा ¨सह, यशवीर कृष्ण त्रिपाठी, शत्रुजीत गो¨वद राव, पारसनाथ, अवधेश भार्गव, अजय कुमार पांडेय, रमाकांत ¨सह, सत्तयेन्द्र कुमार ¨सह, सत्येंद्र कुमार शुक्ल, अतुल कुमार मिश्र, अनिल कुमार, ओमकार द्विवेदी, अवधेश ¨सह आदि शिक्षक उपस्?थित रहे।