रायबरेली : बीईओ अनुराधा मौर्या पर खेल आयोजन के लिए वसूली का आरोप, मामला प्राइमरी स्कूल से ₹ 200/ और उच्च प्राइमरी स्कूल से ₹300/ वसूली का है ऐसा पहला बार है जबरन वसूली की गयी
रायबरेली : खेल देखने के लिए रुपया देना सुना होगा लेकिन रुपया देने पर ही खेल होगा यह आपने नहीं सुना होगा। ऐसा ही एक मामला बेसिक शिक्षा विभाग के नगर क्षेत्र में सामने आया है जहां खेल के लिए स्कूलों से जबरन पैसा वसूली की गई है। मामला प्राइमरी स्कूल से 200 रूपए और जूनियर हाई स्कूल से 300 रुपए वसूली का है। नवरात्रि की छुट्टियों के एक दिन पहले व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र अनुराधा मौर्या ने तत्काल मीटिंग बुलाई और न आने वालों को चेतावनी भी दी।
सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक मीटिंग में जा पहुंचे। नगर क्षेत्र में 90% महिला अध्यापिका है। अष्टमी के एक दिन की पहले और तीन बजे स्कूल बंद करने के बाद बुलायी गई औचक मीटिंग में सब ने नाराजगी दर्ज करायी।
तभी अचानक बीईओ अनुराधा मौर्या का फरमाना आया कि नगर में खेल कराने के लिए सभी स्कूल वाले अनिवार्य रूप से तुरंत रुपये जमा करें।
खंड शिक्षा अधिकारी के इस वसूली कार्यक्रम का कोई भी शिक्षिका उस समय विरोध नहीं कर सकी। बीईओ मैडम ने अपनी उपस्थिति में खेल प्रभारी शोएब हसन खान के पास रुपया जमा कराया। अचानक और जबरन बुलाकर हुयी इस वसूली कार्यक्रम की चर्चा आम है।
इसके पूर्व भी इसी महीने में चार बार मीटिंग के लिए बुला चुकी हैं। महिला शिक्षिकाओ का कहना है कि उनके पास घर की व्यवस्था सहित अनेक काम भी रहतें हैं। बार बार मीटिंग में बुलाने और 3 बजे के बाद घंटो मीटिंग लेने को लेकर खासी नाराज़गी है। नगर क्षेत्र के शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों में तीन बजे के बाद भी मीटिंग के बहाने रोकने वाली व्यवस्था को लेकर रोष है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि खेल के लिए जबरन वसूली की गयी है।
jab ye siksikay nagar ilake mein post(bina merit ke) ki gayi thi to inhe bura nahi laga.PAISE WASULNA GALAT HAI PAR HAR GALAT PAR BOLO.meeting mein to jana padega
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