इलाहाबाद : यूपीटीईटी, बदलेगी टीईटी-2018 की तिथि, चार नवंबर को राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा के चलते तिथि बढ़ाने का भेजा प्रस्ताव
इलाहाबाद। यूपी टीईटी-2018 की तिथि आगे बढ़ सकती है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से शासन के पास टीईटी-2018 की तिथि दो सप्ताह आगे बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है। दरअसल, चार नवंबर को टीईटी का आयोजन होना था, लेकिन उसी दिन राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (एनटीएस) भी होनी है। इसके अलावा बीटीसी प्रशिक्षु भी टीईटी की तिथि बढ़ाने को लेकर तीन दिन परीक्षा नियामक कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी को देखते सचिव ने शासन को तिथि बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है।
सचिव की ओर से शासन को बृहस्पतिवार को भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा प्रदेश स्तर पर परीक्षा नियामक के जिम्मे ही है। ऐसे में एक ही दिन दो परीक्षाओं का संचालन करना संभव नहीं होगा। उन्होंने टीईटी की तैयारी के लिए शासन से अतिरिक्त समय की मांग की है। सचिव के इस प्रस्ताव से बीटीसी प्रशिक्षुओं को राहत मिलने की उम्मीद है। बीटीसी प्रशिक्षुओं का कहना था कि टीईटी के पहले बीटीसी-2015 की परीक्षा पूरी होने और रिजल्ट घोषित हो जाने के बाद उन्हें दिसंबर में घोषित होने वाली शिक्षक भर्ती में मौका मिल सकेगा।
बीटीसी-2015 की परीक्षा के बाद होगी टीईटी
अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद ।बीटीसी-2015 की चौथे सेमेस्टर की निरस्त परीक्षा की नई तिथि घोषित करने और टीईटी की तिथि आगे बढ़ाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे बीटीसी प्रशिक्षुओं को आखिरकार सफलता मिल गई। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी के साथ जिला एवं पुलिस प्रशासन की उपस्थिति के बीच छात्रों की वार्ता में इस बात पर सहमति बनी कि शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) बीटीसी-2015 चौथे सेमेस्टर की परीक्षा के बाद होगी। सचिव ने बताया कि उन्होंने बीटीसी परीक्षा को ध्यान में रखकर ही शासन के पास टीईटी-2018 की तिथि आगे बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। उन्होंने छात्रों से कहा कि टीईटी की तिथि दो सप्ताह आगे बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, इससे पहले बीटीसी की परीक्षा करा ली जाएगी।
इससे पहले बीटीसी-2015 की आठ अक्तूबर से शुरू हुई चौथे सेमेस्टर की परीक्षा का प्रश्नपत्र आउट होने के बाद निरस्त हुई परीक्षा की तिथि घोषित करने की मांग को लेकर बीटीसी प्रशिक्षुओं का धरना-प्रदर्शन चौथे दिन भी परीक्षा नियामक कार्यालय पर जारी रहा। सचिव की ओर से परीक्षा तिथि बढ़ाए जाने पर कोई आश्वासन नहीं मिलने पर छात्रों देर रात तक परीक्षा नियामक कार्यालय में तालाबंदी करके धरना प्रदर्शन जारी रहा।
छात्रों के विरोध के चलते सचिव परीक्षा नियामक अनिल भूषण चतुर्वेदी भी देर रात तक कार्यालय में ही बैठे रहे। प्रशिक्षुओं का कहना था कि जब तक परीक्षा तिथि घोषित नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में सर्वेश प्रताप सिंह, रवि सिंह, अंशुमान मिश्र, प्रवीण चौधरी, मयंक प्रताप, वंश बहादुर यादव, शिवेंद्र प्रताप सिंह शामिल रहे। आल बीटीसी वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले शिवम शुक्ल के नेतृत्व में परीक्षा की तिथि घोषित करने केलिए प्रदर्शन किया गया।