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आजमगढ़ : बीएसए कार्यालय में लगेगा काल सेंटर, होगी शिक्षकों की निगरानी, जियो सिम से होगी वीडियो कॉलिंग

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आजमगढ़ : बीएसए कार्यालय में लगेगा काल सेंटर, होगी शिक्षकों की निगरानी, जियो सिम से होगी वीडियो कॉलिंग

आजमगढ़ : शिक्षा की गुणवत्ता व अध्यापकों की उपस्थिति को सुधारने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग एक नई शुरू करने जा रहा है। इसके तहत बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय सभागार में एक सप्ताह के अंदर ही ‘काल सेंटर’ की स्थापना कर दी जाएगी। इस काल सेंटर पर तैनात अनुदेशक सुबह नौ बजे से लेकर अपराह्न् तीन बजे तक प्रतिदिन 100-100 विद्यालयों पर काल कर शिक्षक, छात्रों की उपस्थिति का जायजा लेंगे और अपनी रिपोर्ट रजिस्टर पर चढ़ाएंगे। ऐसे में विद्यालय में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के विरुद्ध जहां कार्रवाई की जाएगी, वहीं छात्रों की उपस्थिति भी वीडियो कॉल के माध्यम से देखी जाएगी। इसकी खुद मानीटरिंग बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय करेंगे। प्रतिदिन सात अनुदेशक 700 परिषदीय विद्यालयों की रैंडम चेकिंग करके सारी स्थितियों से बीएसए को अवगत कराएंगे। ऐसे में स्कूल छोड़कर जिले पर राजनीति करने वाले शिक्षकों पर जहां लगाम लगेगा वहीं शिक्षण व्यवस्था दुरुस्त होगी। बढ़ते काम के बोझ को देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अब विद्यालयों में जाकर चेकिंग नहीं करनी पड़ेगी। विपरीत परिस्थितियों में विभागीय अधिकारी स्कूलों पर जाकर चेकिंग भी कर सकते हैं, इसके लिए बीएसए की अनुमति जरूरी है।

तैनात अनुदेशकों को दिया जाएगा एंड्रायड मोबाइल: जनपद में कुल 22 ब्लाक हैं। ऐसे में हर ब्लाक से एक-एक अनुदेशक बुलाया जाएगा। प्रतिदिन सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक उनकी ड्यूटी लगाई जाएगी। सभी को एक-एक एंड्रायड फोन दिया जाएगा। इसमें जीओ सिम होगा। एक अनुदेशक एक दिन में कम से कम 100 प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों की मोबाइल से रैंडम चेकिंग करेगा। करीब तीन सप्ताह तक कार्य करने के बाद इनको अपने निर्धारित स्थान पर भेज दिया जाएगा। इसके बाद फिर एक-एक ब्लाक से अनुदेशक लेकर चेकिंग कराई जाएगी।

मिड-डे मील की भी ली जाएगी जानकारी: टीम मिड-डे मील की भी चेकिंग करेगी। निर्धारित दिन पर मीनू के अनुसार मध्याह्न भोजन बन रहा है या नहीं। अगर भोजन बना है तो क्या बना है। इसको पूरी तरह से एंड्रायड मोबाइल फोन से वीडीओ कॉल के जरिये दिखाया जाएगा। अगर शिक्षक बहाना करेगा कि उसकी मोबाइल ठीक नहीं है तो वहां संबंधित क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी को तत्काल भेजकर जांच कराई जाएगी। इसमें दोषी मिलने पर संबंधित अध्यापक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी
22 ब्लाक से एक-एक अनुदेशकों को किया जाएगा तैनात
शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए विभाग की कवायद शुरू
प्रथमदृष्टया शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए यह प्रयोग किया जा रहा है। अगर सफल हो गया तो काल सेंटर को लगातार चलाया जाएगा। इससे समय की जहां बचत होगी वहीं विभाग उचित कार्रवाई बैठे-बैठे करेगा और शिक्षक उपस्थिति दर्ज कराकर अपनी सहभागिता करेंगे, ताकि नौनिहालों के भविष्य को संवारा जा सके।1-देवेंद्र कुमार पांडेय, बेसिक शिक्षा अधिकारी, आजमगढ़।

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