नोडल अधिकारी ने आगनबाड़ी कार्यकर्ता को किया बर्खास्त
अमेठी : जिले में सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत परखने पहुंचीं वाणिज्य कर आयुक्त व जिले नोड...
अमेठी : जिले में सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत परखने पहुंचीं वाणिज्य कर आयुक्त व जिले नोडल अधिकारी कामिनी रतन चौहान को तमाम खामियों से रूबरू होना पड़ा। कुपोषित बच्चों की देखभाल में लापरवाही बरतना बाल विकास विभाग को काफी महंगा पड़ा। नोडल अधिकारी ने खामी उजागर होने पर आगनबाड़ी कार्यकर्ता की बर्खास्तगी का फ रमान सुनाया। वहीं, सीडीपीओ व सुपरवाइजर के निलंबन का निर्देश दिया।
गुरुवार को देर शाम वे डीएम शकुंतला गौतम के साथ सबितापुर गाव पहुंचीं, जहां उन्होंने सबसे पहले बाल विकास विभाग की समीक्षा की। इस दौरान आगनबाड़ी कार्यकर्ता नवंबर 2017 में नामाकित 64 बच्चों को अभिलेख प्रस्तुत नहीं कर सकीं। इसके साथ ही अन्य कई रिपोर्ट भी पूरी नहीं मिली। इसपर नोडल अधिकारी व डीएम ने प्रभारी सीडीपीओ व सुपरवाइजर को तलब किया, लेकिन वह भी माकूल जबाब नहीं दे पाई। नोडल अधिकारी ने कार्यो के सत्यापन के लिये लाभार्थियों को घर से भी बुलवाया। नोडल अधिकारी ने कार्यो के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में प्रभारी सीडीपीओ प्रतिभा पांडेय, सुपरवाइजर कमलेश कुमारी को निलंबित कर दिया और कार्यकर्ता पुष्पा सिंह की सेवा समाप्त करते हुये बर्खास्त कर दिया। इसके बाद उन्होंने गांव में अन्य विकास योजनाओं कही समीक्षा की। नोडल अधिकारी ने गांव में तैनात एएनएम, सुपरवाइजर व आशा बहू की काफी तारीफ की और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इन कर्मठ कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर सीडीओ मनोज कुमार, सीएमओ डा. राजेश मोहन श्रीवास्तव, प्रधान प्रतिनिधि वीरेंद्र तिवारी, बीडीओ शरद कुमार सिंह, गंगा विभूति, करुणा शकर सहित तमाम लोग मौजूद रहे। कलेक्ट्रेट में हुई समीक्षा बैठक नोडल अधिकारी ने जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट में जिले के सभी विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएमओ को डेंगू, मलेरिया, दिमागी बुखार अन्य टीकाकरण अभियान को शत प्रतिशत कराने का निर्देश दिया। वहीं, स्वच्छ भारत मिशन के तहत फर्जी रिपोर्टिग व जियो टैगिंग न होने पर फटकार लगाई और सुधार का निर्देश दिया।