प्राइमरी स्कूल में पढ़े डॉ रामकरण शर्मा को इटली में मिला बेस्ट रिसर्चर का अवार्ड
ट्यौढ़ी गांव निवासी वैज्ञानिक डा. रामकरण शर्मा को इटली में बेस्ट रिसर्चर अवार्ड से नवाजा गया है। डा. रामकरण शर्मा कहते हैं, आज अभिभावक सरकारी प्राइमरी स्कूलों से मुंह मोड़ रहे हैं लेकिन उन्होंने गांव के सरकारी स्कूल में ही टाट-पट्टी पर पढ़ाई करके आइआइटी दिल्ली तक का सफर तय किया।...
बड़ौत: ट्यौढ़ी गांव निवासी वैज्ञानिक डा. रामकरण शर्मा को इटली में बेस्ट रिसर्चर अवार्ड से नवाजा गया है।
डा. रामकरण शर्मा कहते हैं, आज अभिभावक सरकारी प्राइमरी स्कूलों से मुंह मोड़ रहे हैं लेकिन उन्होंने गांव के सरकारी स्कूल में ही टाट-पट्टी पर पढ़ाई करके आइआइटी दिल्ली तक का सफर तय किया। परिवार में कई तरह के संकट आए, लेकिन हौसला नहीं खोया और संघर्ष करते हुए आगे बढ़ते रहे। पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका पहुंच गए और वहां नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो. हरगो¨वद खुराना के नेतृत्व में प्रयोगशाला अध्ययन में शामिल हो गए। इस दौरान उन्होंने अमेरिका के अटलांटिका में सूक्ष्म जीवों के अध्ययन में बड़ी भूमिका
इसके बाद वह अमेरिका की मीडिया में छा गए और तमाम पत्र-पत्रिकाओं में स्थान मिला। कई साल अमेरिका में शोध करने के बाद वह एक प्रोजेक्ट पर यूरोपियन व अमेरिकी वैज्ञानिकों के साथ काम कर रहे हैं।
वैज्ञानिक डा. रामकरण ने बताया कि हाल ही में इटली के रोम में हुई अंतराष्ट्रीय वैज्ञानिक कार्यशाला में अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस व चीन आदि देशों के 340 वैज्ञानिकों ने शोध-पत्र प्रस्तुत किए। उन्हें इंटरनेशनल कांफ्रेंस सोसाइटी के प्रेसीडेंट ने बेस्ट रिसर्चर अवार्ड से सम्मानित किया। साथ ही रिसर्च पेपर पब्लि¨सग इंडस्ट्रीज के प्रतिष्ठित 'पब्लिकेशन स्प्रिंगर अवार्ड' से भी नवाजा गया। बताते हैं कि जब भी वह बागपत आते हैं युवाओं का मार्गदर्शन कर उन्हें भविष्य संवारने के लिए प्रेरित करते हैं।