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बदायूँ : फर्जीवाड़े से वांटेड बना शिक्षक

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फर्जीवाड़े से वांटेड बना शिक्षक


शिक्षा विभाग में एक ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया।...

बिसौली : शिक्षा विभाग में एक ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। एक अपराधी फर्जी तरीके से शिक्षक बना और बंजरिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय में तीन साल तक उसने बच्चों को भी पढ़ाया रहा मगर शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों को भनक तक नहीं लगी। आरोपित ने आगरा के शिक्षक अशोक कुमार बनकर नौकरी की थी। एटा जिले के एक व्यक्ति ने जब सीएम दरबार में शिकायत की तो शिक्षा विभाग के आला अफसरों की नींद खुली और बीईओ ने जांच की। जिसमें सभी परतें खुलती गई। अब आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। हालांकि, आरोपित फर्जी शिक्षक दो माह से गायब है।

 

आरोपित के पास न कोई शैक्षिक प्रमाण पत्र और न ही अन्य पहचान संबंधी दस्तावेज थे। वह आगरा के दयालबाग निवासी अशोक कुमार पुत्र ओमप्रकाश बनकर गांव बंजरिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय में नौकरी करता रहा। एटा जिले के गांव भावली निवासी विकास पुत्र वीरपाल ¨सह ने मुख्यमंत्री और शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों से शिकायत की थी। तब भी जांच ठंडे बस्ते में डाल दी गई, लेकिन विकास ने दोबारा सीएम से शिकायत की तो चार जून 2018 को तत्कालीन बीएसए ने आसफपुर के खंड शिक्षाधिकारी से जांच करने का आदेश दिया। इस पर बीईओ ने जांच शुरू की। इसके बाद जांच में फर्जीवाड़े की धीरे-धीरे पूरी परतें खुलती गई, लेकिन देरी होने पर शिकायतकर्ता विकास ने तीसरी बार बीएसए से कार्रवाई की गुहार की, तब जाकर पूरा मामला खुला। फर्जी अशोक कुमार बने शिक्षक अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र नहीं दे पाया। इस पर बुधवार को बीएसए के आदेश पर आसफपुर के खंड शिक्षाधिकारी मजरूल इस्लाम ने फर्जी अशोक कुमार के खिलाफ धारा 420, 467, 471 तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है। बताते हैं कि आरोपित दो माह पूर्व ही फरार हो गया था। असली अशोक की चार साल पहले हो चुकी है मौत

अशोक कुमार की चार वर्ष पहले मौत हो चुकी है। बताते हैं कि इस बात की जानकारी होते ही आरोपित युवक सक्रिय हो गया। उसने फर्जी कागजात बनाकर 2015 में 29334 विज्ञान, गणित भर्ती प्रक्रिया के तहत उच्च प्राथमिक विद्यालय, बंजरिया में नियुक्ति पाई थी। इस बात की जानकारी मृतक अशोक कुमार के चचेरे भाई विकास को हुई। तब सच्चाई खुली। सप्ताहभर पहले ही दी गई थी तहरीर

फर्जी शिक्षक अशोक कुमार के खिलाफ एक सप्ताह पूर्व ही थाने में तहरीर दे दी गई थी, लेकिन पुलिस ने उच्चाधिकारियों के आदेश का इंतजार किया। एसएसपी के आदेश के बाद ही आज रिपोर्ट दर्ज हो सकी। आरोपित के खिलाफ एटा जिले में दर्ज हैं कई मुकदमे


फर्जी अशोक कुमार की तलाश में दो माह पूर्व एटा पुलिस ने खंड शिक्षाधिकारी, आसफपुर के कार्यालय पर संपर्क किया था। बताते हैं कि फर्जी अशोक कुमार के खिलाफ जनपद एटा में कई मुकदमे दर्ज हैं, पुलिस उसकी तलाश में थी। अगर सूत्रों की मानें तो वह जेल में है। वर्जन ::

अशोक कुमार बनकर नौकरी कर रहे व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। उसका असली नाम क्या है अभी पता नहीं चल सका है। उसके खिलाफ सरकारी धन की वसूली के लिए भी कार्रवाई की जाएगी।

- मजरूल इस्लाम, खंड शिक्षा अधिकारी

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