शिक्षक बच्चों को पढ़ें, फिर पढ़ाएं
सिद्धार्थनगर : बच्चे अपने परिवार और परिवेश से बहुत कुछ सीख कर विद्यालय आते हैं । शिक्षकों को चाहिए कि वे कक्षा के सभी बच्चों की दक्षता के स्तर का परीक्षण कर उनके पूर्व ज्ञान के आधार पर ही आवश्यकता आधारित शिक्षण विधियों का प्रयोग करें, जिससे बच्चों का स्तरानुकूल शैक्षिक विकास हो सके।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट ) पर चल रहे ग्रेडेड लर्निंग प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत उक्त प्रशिक्षण अध्यापकों को दिया गया। सोमवार को प्राथमिक विद्यालय सोनखर के शैक्षिक भ्रमण के दौरान बीआरपी निया•ा कपिलवस्तुवी ने उपस्थित शिक्षकों से चर्चा के दौरान कई और महत्व पूर्ण शिक्षण की जानकारी देते हुये कहा कि बच्चे की रुचि अनुरूप शिक्षण कार्य करने से उसका शैक्षिक स्तर काफी तेज बढ़ाया जा सकता है। चर्चा के उपरांत बीआरपी सदस्यों की टीम ने कक्षा एक से पांच के बच्चों को खेल-खेल में विभिन्न रोचक शैक्षिक गतिविधियों से परिचित भी कराया। इस अवसर पर बीआरपी विजय कुमार चौधरी,शैलेंद्र राय,मुश्तन शेरूल्लाह, मणिकांत उपाध्याय, आशुतोष ¨सह ,अनिल कुमार सहित डीआरपी उमाकांत गुप्ता एवं प्रथम संस्था के अनुराग द्विवेदी एवं ध्रुव राज यादव आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।