इलाहाबाद : टीजीटी पीजीटी शिक्षक भर्ती के इंटरव्यू को लेकर चयन बोर्ड दफ्तर में कर्फ्यू जैसा माहौल, अध्यक्ष, सचिव व सदस्यों तक के मोबाइल फोन जमा कराकर इंटरव्यू
इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र मुख्यालय का नजारा सोमवार को बदला रहा। करीब तीन माह बाद फिर से शुरू हुए साक्षात्कार में कर्मचारियों से लेकर अध्यक्ष तक के मोबाइल फोन जमा कराए गए। कार्यालय में सिर्फ साक्षात्कार के अभ्यर्थियों को ही प्रवेश मिला, बाकी जो अफसर व कर्मचारी सुबह प्रवेश पाए वे इंटरव्यू के बाद ही बाहर निकल सके। पूरे कार्यालय में दिन भर कफ्र्यू जैसा माहौल रहा।
प्रदेश के अशासकीय माध्यमिक कालेजों के लिए प्रधानाचार्य, प्रवक्ता व स्नातक शिक्षकों का चयन करने वाला चयन बोर्ड इधर साक्षात्कार व कई अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद में घिर गया था। बोर्ड ने मानवीय भूल बताकर कई अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयनित करने के बाद बाहर कर दिया। मई व जून माह में हुए साक्षात्कार में कुछ सदस्यों के मोबाइल पर वार्ता करते रहने की शिकायतें हुई थी, अभ्यर्थियों का कहना था कि क्या जैमर के जरिए सिर्फ उनकी निगरानी हो रही है। इसका शासन व चयन बोर्ड ने संज्ञान लिया और सोमवार को प्रवक्ता का इंटरव्यू शुरू होने पर स्थितियां बदली दिखी।
ज्ञात हो कि सोमवार को प्रवक्ता 2011 भौतिक, रसायन व जीव विज्ञान के साथ ही शिक्षा शास्त्र का इंटरव्यू शुरू हुआ। सुबह ही अध्यक्ष व सचिव ने अपने मोबाइल फोन अलग कमरे में रखे इसके बाद सभी सदस्यों व कर्मचारियों के भी मोबाइल फोन वहीं रखवाए गए। बाहर से चाय-पान लाने तक की मनाही थी। कार्यालय के एक मंजिल से दूसरी मंजिल पर जाने वालों को भी रोका जा रहा था।
अभ्यर्थियों की मानें तो इंटरव्यू में उनके विषय से जुड़े सवाल ही पूछे गए, पूरे समय सदस्य व विशेषज्ञों का ध्यान पर उन्हीं पर रहा। इसके पहले इस तरह का साक्षात्कार कार्यालय में नहीं हुआ है।