फर्जीयो की खैर नही एक और शिक्षिका की सेवा समाप्त, रिकवरी का आदेश
जआजमगढ़ : बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने एक और फर्जी शिक्षिका की सेवा समाप्त कर दी है। यह शिक्षिका भी संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी का फर्जी अंक पत्र लगाई थी। जांच में सच उजागर होने पर उसकी सेवा समाप्त करते हुए वेतन रिकवरी का भी आदेश दिया गया है। लगातार दो दिनों में तीन शिक्षकों की सेवा समाप्ति को लेकर विभाग में हड़कंप सरीखा माहौल है।...
आजमगढ़ : बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने एक और फर्जी शिक्षिका की सेवा समाप्त कर दी है। यह शिक्षिका भी संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी का फर्जी अंक पत्र लगाई थी। जांच में सच उजागर होने पर उसकी सेवा समाप्त करते हुए वेतन रिकवरी का भी आदेश दिया गया है। लगातार दो दिन में तीन शिक्षकों की सेवा समाप्ति को लेकर विभाग में हड़कंप सरीखा माहौल है।
जिस सहायक अध्यापक की सेवा समाप्त की गई है, उसका नाम सरिता राय पुत्री शिवशर्मा राय है। वह मूल रूप से बरदह की निवासी है। वह ठेकमां विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय जिबली पर तैनात थी, तैनाती 24 दिसंबर 2010 में की गई थी। इन्होंने काउंसि¨लग में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी से उत्तर मध्यमा का अंकपत्र अनुक्रमांक 75867 वर्ष 1994 का लगाया
इसका सत्यापन उप कुलसचिव परीक्षा संविवि, वाराणसी से कराया गया। इस दौरान पता चला कि उक्त अनुक्रमांक पर अशोक ¨सह पुत्र शिवपूजन ¨सह का नाम अंकित है। इस प्रकार इनका अंकपत्र फर्जी था। इसके बाद यह अंकपत्र लगाकर विशिष्ट प्रशिक्षण 2008 में सहायक अध्यापकों की भर्ती में धोखाधड़ी से अपनी नियुक्ति करा ली और ज्वाइन भी कर लिया। इस बीच इन्हें कई बार कारण बताओ नोटिस जारी की जाती रही और पूर्व के अधिकारियों की मेहरबानी से यह शिक्षिका बनी रही। बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय के समक्ष जब यह मामला आया तो उन्होंने जांच पड़ताल के बाद तत्काल इनकी सेवा समाप्त कर दी। इसके साथ ही वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा एवं संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को रिकवरी करने के लिए निर्देशित कर दिया है। ''यहां फर्जी शिक्षकों का जाल है। मै खुद नहीं समझ पा रहा हूं कि यहां कितने जालसाज नौकरी कर रहे हैं। फिलहाल जितने भी फर्जी शिक्षक मिलेंगे सभी की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी।''
-देवेंद्र कुमार पांडेय, बेसिक शिक्षा अधिकारी।