लखनऊ : पेंशन बहाली पर केन्द्र व राज्यकर्मियों का राजधानी में हल्ला बोला
अब होगी सरकार से आरपार
-ईको गार्डेन में पूरे दिन लाखों कर्मचारियों का लगा रहा रैली, राजनैतिक रैलियों जैसा था नजारा
-प्रदर्शन स्थल पर दिग्गज कर्मचारी नेताओं ने भरी हुंकार, कर्मियों ने विधानसभा को भी घेरा
-शासन ने कर्मचारियों के प्रतिनिधि मण्डल को वार्ता के लिये बुलाया, नहीं निकला कोई निष्कर्ष
-कर्मचारियों ने चेताया जारी रहेगा आंदोलन, 26, 27 व 28 को जायेंगे हड़ताल पर
लखनऊ। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सोमवार को लखनऊ में केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ लाखों कर्मचारियों ने ईको गार्डेन में वर्तमान सरकार में अभी तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन किया। सुबह से ही लाखों की संख्या में जुटे कर्मचारियों का रैला किसी राजनैतिक दलों की रैली से कम नजर नहीं आया। हाल ये था कि तेज धूप होने के बावजूद ईको गार्डेन जाने वाले सभी मार्गों पर लाल टोपी पहने प्रदर्शनकारी पूरे दिन मुख्य गेट से अंदर जाते और दूसरी तरफ से बाहर आते दिखाई दे रहे थे। परिसर के अंदर भी कोई कोना ऐसा नहीं छूटा था जहां प्रदर्शनकारी अपनी मांगों के लिए आंदोलनरत नहीं दिख रहे थे।
प्रदर्शन को प्रदेश के अधिकतर बड़े कर्मचारी संगठनों ने समर्थन दिया था। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत विभिन्न राज्यों से भी कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी इस आंदोलन में भाग लेने पहुंचे थे। यही कारण था इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की भीड़ देखकर पुलिस और प्रशासन के भी हाथ पैर भी फुल गये। इस बीच जब कर्मचारियों का प्रतिनिधि मण्डल उप मुख्यमंत्री से वार्ता करने पहुंचा तो रैली के पांच प्रतिशत कर्मचारियों ने विधानसभा को घेर लिया। जिससे अफरातफरी मच गई। अचानक विधानसभा का घेराव होने के कारण स्टेशन रोड और चारबाग को जाने वाले समस्त मार्गों पर जाम लग गया। ईको गोर्डन पर चल रहे प्रदर्शन के बीच जब शासन के आमंत्रण पर मंच का ग्यारह सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और मुख्य सचिव सहित आला अफसरों की मौजूदगी में वार्ता करने पहुंचा तो समस्या का हल नहीं होते देख मंच की तरफ से वार्ता को असफल बताते हुए आन्दोलन जारी रखने का ऐलान कर दिया गया। कर्मचारी नेताओं ने 26, 27 व 28 अक्तूबर को होने वली प्रदेश व्यापी हड़ताल को सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई बताते हुए कर्मचारियों को एकजुट रहने की अपील की।
दिग्गज कर्मचारी नेताओं ने कहा अब परिणाम की चिंता नहीं
कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी-पुरानी पेंशन बहाली मंच की महारैली में इको गार्डन पहुंची अप्रत्याशित भीड़ से उत्साहित मंच के नेताओं ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली का यह शंखनाद अब तक तक नही रूकेगा जब तक सरकार पुरानी पेंशन बहाल नही कर देती। कामरेड शिवगोपाल मिश्रा, कर्मचारी अधिकारी महापरिषद के पूर्व अध्यक्ष बाबा हरदेव सिंह, मंच के अध्यक्ष डा. दिनेश चंद शर्मा, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष अमरनाथ यादव ने कहा कि हम अपनी पुरानी पेंशन बहाली के लिए मोर्चा खोल चुके है अब परिणाम की चिन्ता नही है। मंच का संचालन राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री शिवबरन सिंह यादव और इं. रविन्द्र श्रीवास्तव ने किया। कर्मचारी शिक्षक अधिकारी नेताओं ने कहा कि देश के लगभग 2.50 करोड राज्य कर्मचारी और 32 लाख केन्द्रीय कर्मचारियों की नई पेंशन योजना के तहत अब तक लगभग दस हजार करोड़ रूपये नई पेंशन के नाम पर केन्द्र और राज्य कर्मचारियों के नाम से लिए गए लेकिन इस बड़ी धनराशि का कोई लेखा जोखा सरकारों के पास नही है।
मंच के अध्यक्ष ने कहा कि दोहरी नीति बर्दाश्त नहीं करेंगे कर्मचारी व शिक्ष्रक
उत्तर प्रदेश राजस्व अधिकारी संघ के निखिल शुक्ला ने कहा कि सरकार की इस योजना से छोटे से लेकर बड़े स्तर तक के कर्मचारी नाराज है, लेकिन आला अफसर डर के मारे विरोध नही कर पा रहे है लेकिन अन्दर से वे भी हमारे साथ है। मंच के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद शर्मा ने कहा कि यह तो सीधे सीधे धोखा है। वे ऐसा नही कर सकते एक वर्ग को पेंशन मिलेगी और दूसरे को नही मिलेगी यह दोहरी नीति और कर्मचारी शिक्षक बर्दाश्त नही करेगें।
कई विभागों के नेता जुटे
महारैली को अधिकारी महापरिषद के अध्यक्ष डॉ. एसके सिंह, इन्द्रासन सिंह, डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के अध्यक्ष राकेश त्यागी, डीएन सिंह, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष अमरनाथ यादव, कामरेड आरके पाण्डेय, इनकम टैक्स के जेपी सिंह, पोस्टल के वीरेन्द्र तिवारी, शिक्षक संघ के संजय सिंह, एमएलसी राजबहादूर चंदेल, हरिनाम सिंह, गुजरात से बालकष्ण ओझा, एमएलसी उमेश द्विवेदी, यादवेन्द्र मिश्रा, रामफेर पाण्डेय, त्रिलोक सिंह, सुरेश सिंह यादव, सत्यप्रकाश मिश्रा, आदि ने सम्बोधित किया।