स्कूल आने के बजाए बीआरसी पर समय देते हैं शिक्षक
चल रही म्यूचुअल ट्रांसफर की प्रक्रिया शीघ्र पूरी होगी...
बस्ती: दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न पहर में गुरुवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार ने बड़ी संख्या में आए सवालों के जवाब दिए। प्राथमिक शिक्षा को लेकर गंभीर आम जन ने जितनी बेबाकी से सवाल किए उतनी ही गंभीरता से बीएसए ने उत्तर दिए। कुछ समस्याएं नोट कीं तथा कुछ मामलों में तत्काल आदेश निर्गत करने का आश्वासन दिए। बस्ती से शशांक शुक्ल ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की जो नई भर्ती हो रही है उनके शिक्षा स्तर में गुणवत्ता की काफी कमी है। अधिकांश शिक्षक बच्चों को ठीक से पढ़ा नहीं पा रहे हैं। बीएसए ने कहा कि समय-समय पर शिक्षकों के लिए रिफ्रेशर कोर्स चलाए जाते हैं। जिनमें प्रतिभाग करना प्रत्येक शिक्षक के लिए आवश्यक है। शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए विभाग प्रयत्नशील है। शंकरपुर से रसोइया के पति श्रीराम चौधरी ने मानदेय भुगतान सहित अन्य समस्याएं रखीं तो बीएसए ने कार्यालय में संपर्क करने को कहा। भानपुर से नीतेश शर्मा ने म्यूचुअल ट्रांसफर प्रक्रिया के विषय में जानकारी मांगी तो बीएसए ने बताया कि प्रक्रिया चल रही है समिति के माध्यम से यह कार्य हो रहा है, शीघ्र ही आदेश निर्गत होगा। हर्रैया से डा. विनोद शुक्ल ने कहा कि उनके यहां के कई शिक्षक बीआरसी पर बैठकर समय व्यतीत करते हैं। स्कूल नहीं जा रहे हैं। बीएसए ने कहा कि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई होगी। उन्होंने एक शिक्षा मित्र के स्कूल न जाने की बात बताई तो बीएसए ने नाम नोट कर लिया। गौर से रामलौट ने पूछा कि बिना मान्यता के स्कूलों पर कार्रवाई कब होगी। बीएसए ने बताया कि ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है, बीईओ के जरिये नोटिस दी जा चुकी है अब तालाबंदी की कार्रवाई की जाएगी। चकिया के विवेक यादव ने कहा कि उनके गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक सप्ताह में 3 से 4 दिन ही आते हैं। बीएसए ने मामले की जांच का आश्वासन दिया। नरखोरिया के अनिल ¨सह ने एबीआरसी पर तैनात शिक्षकों का मुद्दा उठाया तो बीएसए ने कहा कि सभी को रिलीव कर दिया गया है। जो नहीं जा रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इमरान ने कुदरहा क्षेत्र के मदरसों में निश्शुल्क पुस्तक वितरण का मुद्दा उठाया तो बीएसए ने कहा कि अधिकांश किताबों का वितरण हो गया है। जो पुस्तकें नहीं पहुंचीं हैं उनका भी वितरण शीघ्र कर दिया जाएगा। खैरा भानपुर के अखिलेश प्रताप ¨सह ने ड्रेस वितरण का मुद्दा उठाया तो बीएसए ने प्रमाण सहित अपनी बात कहने की सलाह दी। परशुरामपुर के सूर्यनाथ चौधरी ने शिक्षामित्रों के मानदेय भुगतान में विलंब का मुद्दा उठाया तो बीएसए ने कहा सितंबर तक के मानदेय का भुगतान कर दिया गया है। जहां नहीं हुआ है वहां एक-दो दिन में हो जाएगा। रानीपुर गौर के पूर्व प्रधान देवी प्रसाद ने स्कूल में बाउंड्रीवाल न होने का मुद्दा उठाया तो बीएसए ने कहा कि शीघ्र ही व्यवस्था की जाएगी। बनकटी से रवीकांत ने स्कूलों की मरम्मत का मुद्दा उठाया तो बीएसए ने बजट की डिमांड किए जाने की बात कही। सुर्तीहट्टा के राजेंद्र जायसवाल ने 15 वर्ष से बिना भवन के विद्यालय चलने का मामला उठाया। रामजी ने रामनगर से शिक्षा मित्र के स्कूल न जाने का मुद्दा उठाया तो बीएसए ने जांच कराने की बात कही।
इन्होंने भी बताई समस्या
जमालपुर कुदरहा से उमेश कुमार, सेजहरा के सहायक अध्यापक चंद्रशेखर, कुदरहा से अंकित कुमार, हर्रैया से कबीर खान, कुदरहा से देवनाथ, गोरख श्रीवास्तव, सत्येंद्र जायसवाल, धनंजय पाल ने मेहनौना से, शिवभूषन ¨सह ने हिलसी, बहादुरपुर से विजनय कुमार, बस्ती से कुलवेंद्र ¨सह मजहबी, सल्टौआ से सौरभ वर्मा, बेलवाडाड़ी से राजेश, विक्रमजोत से पंकज कन्नौजिया, गिदही से गुलाब यादव, बस्ती से चंद्रिका ¨सह ने अपने सवाल किए। बीएसए ने सभी के उत्तर दिए।