BPED : सीएम से मिलने पहुंचे बीपीएड धारकों को खदेड़ा, निर्धारित समय पर नहीं पहुंचे थे बीपीएड धारक, मुकदमा दर्ज, जिला व प्रदेश अध्यक्ष सहित चार गिरफ्तार
जासं, गोरखपुर : भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर निर्धारित समय से काफी विलंब से गोरखनाथ मंदिर पहुंचे बीपीएड धारकों को अधिकारियों ने जब मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति नहीं दी तो उन्होंने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। 1इंस्पेक्टर गोरखनाथ की तहरीर पर इस मामले में प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध बलवा, निषेधाज्ञा का उल्लंघन, घेराव करने तथा लोक व्यवस्था भंग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र यादव और जिला अध्यक्ष देवेंद्र पांडेय सहित चार को गिरफ्तार कर लिया है।1दरअसल, बीपीएडधारकों ने मुलाकात के लिए मुख्यमंत्री से सुबह सात बजे का समय लिया पर वह निर्धारित समय से न पहुंचकर देर से पहुंचे तो अधिकारियों ने उन्हें मुलाकात कराने से मना कर दिया। इसके बावजूद बीपीएड धारक मुलाकात करने के लिए अड़े रहे। अधिकारियों ने जब उन्हें मिलने नहीं दिया तो वह मंदिर गेट पर धरना-प्रदर्शन करने लगे।1इनका कहना था कि 32022 खेल अनुदेशक के पद पर उनकी भर्ती प्रक्रिया समाजवादी पार्टी की सरकार में शुरू हुई थी। पहली काउंसिलिंग चार अप्रैल 2017 को होनी थी, लेकिन सरकार बदलते ही भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई। उनका कहना था कि पुलिस ने बल प्रयोग कर भले ही उन्हें हटा दिया, लेकिन भर्ती प्रक्रिया को लेकर उनका आंदोलन जारी रहेगा।1कई दिन से बना रहे थे रणनीति : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचने के लिए बीपीएड डिग्री धारक कई दिन से रणनीति बना रहे थे। इसके लिए उन्होंने वाट्स एप ग्रुप बना रखा था। जिला व प्रदेश अध्यक्ष ग्रुप पर मैसेज डालकर मुख्यमंत्री तक पहुंचने की अपनी रणनीति की सदस्यों को जानकारी दे रहे थे। शुक्रवार शाम को जिलाध्यक्ष ने ग्रुप में मैसेज डालकर बीपीएड डिग्री धारकों को तीन-तीन, चार-चार के समूह में मंदिर पहुंचने, खुद की पहचान छिपाए रखने और दर्शन करने के बहाने योगी तक पहुंचने का निर्देश दिया था। मैसेज पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस ने उनसे निपटने की पहले से तैयारी कर ली थी।जासं, गोरखपुर : भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर निर्धारित समय से काफी विलंब से गोरखनाथ मंदिर पहुंचे बीपीएड धारकों को अधिकारियों ने जब मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति नहीं दी तो उन्होंने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। 1इंस्पेक्टर गोरखनाथ की तहरीर पर इस मामले में प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध बलवा, निषेधाज्ञा का उल्लंघन, घेराव करने तथा लोक व्यवस्था भंग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र यादव और जिला अध्यक्ष देवेंद्र पांडेय सहित चार को गिरफ्तार कर लिया है।1दरअसल, बीपीएडधारकों ने मुलाकात के लिए मुख्यमंत्री से सुबह सात बजे का समय लिया पर वह निर्धारित समय से न पहुंचकर देर से पहुंचे तो अधिकारियों ने उन्हें मुलाकात कराने से मना कर दिया। इसके बावजूद बीपीएड धारक मुलाकात करने के लिए अड़े रहे। अधिकारियों ने जब उन्हें मिलने नहीं दिया तो वह मंदिर गेट पर धरना-प्रदर्शन करने लगे।1इनका कहना था कि 32022 खेल अनुदेशक के पद पर उनकी भर्ती प्रक्रिया समाजवादी पार्टी की सरकार में शुरू हुई थी। पहली काउंसिलिंग चार अप्रैल 2017 को होनी थी, लेकिन सरकार बदलते ही भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई। उनका कहना था कि पुलिस ने बल प्रयोग कर भले ही उन्हें हटा दिया, लेकिन भर्ती प्रक्रिया को लेकर उनका आंदोलन जारी रहेगा।1कई दिन से बना रहे थे रणनीति : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचने के लिए बीपीएड डिग्री धारक कई दिन से रणनीति बना रहे थे। इसके लिए उन्होंने वाट्स एप ग्रुप बना रखा था। जिला व प्रदेश अध्यक्ष ग्रुप पर मैसेज डालकर मुख्यमंत्री तक पहुंचने की अपनी रणनीति की सदस्यों को जानकारी दे रहे थे। शुक्रवार शाम को जिलाध्यक्ष ने ग्रुप में मैसेज डालकर बीपीएड डिग्री धारकों को तीन-तीन, चार-चार के समूह में मंदिर पहुंचने, खुद की पहचान छिपाए रखने और दर्शन करने के बहाने योगी तक पहुंचने का निर्देश दिया था। मैसेज पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस ने उनसे निपटने की पहले से तैयारी कर ली थी।बीपीएड धारकों को पकड़ कर ले जाती पुलिसगोरखनाथ मंदिर परिसर से बीपीएड धारकों को बाहर भगाती पुलिस