पुरानी पेंशन बहाली को कर्मचारियों की हड़ताल से उड़ी अफसरों की नींद
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर राज्य कर्मचारियों की हड़ताल की घोषणा से अफसरों की नींद उड़ गई है। अफसरों ने समझाया भी लेकिन कर्मचारी हड़ताल पर अड़े हैं।...
मेरठ (जेएनएन)। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर 25 से 27 अक्टूबर तक कर्मचारी, शिक्षक और अधिकारियों की हड़ताल ने जिला-प्रशासन की नींद उड़ा दी है। इसके मद्देनजर शुक्रवार को कमिश्नर व डीएम ने जिले के कर्मचारी व शिक्षक नेताओं के साथ बैठक की। उन्होंने नई पेंशन की खूबियां भी गिनाईं, लेकिन कर्मचारी व शिक्षक नेताओं ने उन्हें अपने तर्को से नामंजूर कर दिया। उन्होंने साफ कर दिया कि तीन दिन अब जिले के कर्मचारी, शिक्षक व अधिकारी हड़ताल पर रहेंगे।
मंच का गठन
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर प्रदेश स्तर पर कर्मचारी, शिक्षक व अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच का गठन किया गया है। प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर 25 से 27 अक्टूबर तक हड़ताल का एलान किया है। शुक्रवार को कमिश्नर अनीता सी. मेश्रम, डीएम अनिल ढींगरा व एडीएम सिटी मुकेश चंद्र ने बचत भवन में छुट्टी के दिन बैठक की। बैठक दोपहर 12 से लेकर करीब डेढ़ बजे तक चली। अधिकारियों ने कर्मचारी व शिक्षक नेताओं का मन टटोला। सरकार की नई पेंशन की विशेषता को बताया, लेकिन कर्मचारी नेताओं ने अफसरों के तर्क को पुरानी पेंशन के बिन्दुओं को बताते हुए नामंजूर कर दिया। हालांकि हड़ताल के दौरान आपातकालीन सेवाएं बाधित नहीं होंगी।
अतुल मिश्र गुट ने किया किनारा
हड़ताल से अतुल मिश्र गुट ने किनारा किया है। जिलाध्यक्ष विपिन त्यागी ने बैठक में कहा कि उनका गुट इस हड़ताल में शामिल नहीं होगा।
बैठक में यह रहे मौजूद
बैठक में कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुरेश चंद शर्मा, जोनल अध्यक्ष मुकेश कुमार, राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सुनील भड़ाना, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष गिरिजाकांत शर्मा, जिला मंत्री बनी सिंह चौहान, सतीश त्यागी, रवि शंकर शर्मा, युद्धवीर सिंह, पूनम गर्ग, सत्य नारायण शर्मा, ओमकार नाथ दूबे, दीपक तिवारी, राकेश तोमर मुख्य रूप से मौजूद रहे।