शिक्षकों का आधार व पैन जांचेगी एसटीएफ
जागरण संवाददाता, उन्नाव : पटल बाबू से साठगांठ कर परिषदीय प्राथमिक विद्यालय (प्रावि) में शिक्षक बने बैठे लोगों की गर्दन अब एसटीएफ दबोचेगी। इसके लिए शिक्षकों के मूल दस्तावेजों की पुन: जांच करते हुए उनके पैन और आधार नंबर का सत्यापन होगा।
जाली डिग्री और डिप्लोमा के दम पर प्राथमिक विद्यालयों में लोगों को नौकरी दिलाने का 'खेल' जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में पुराना है। शासन या प्रशासन स्तर पर होने वाली जांच को दबाने में पटल के बाबू माहिर हैं। जैसा कि पिछले कुछ सालों से होता आ रहा है। इसकी बानगी कुछ माह पूर्व जिला मुख्यालय से मांगी गई रिपोर्ट थी। इसमें साल 2010 से अब तक की भर्तियों का ब्योरा मांगा गया था। डीएम की फटकार के बाद पटल से सिर्फ खानापूरी कर दी गई। असल दस्तावेज दबा दिए गए। मुख्यालय स्तर पर फर्जी शिक्षकों को बचाने की कोशिश का पर्दाफाश अब स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) करेगी। टास्क फोर्स को शिक्षकों के दस्तावेज मुहैया कराए जाने के लिए लिए शासन ने बीएसए को आदेशित किया है। अपर मुख्य सचिव डा. प्रभात कुमार ने 17 अक्टूबर तक फर्जी व अनियमित तरीके से हुई नियुक्तियों की रिपोर्ट मांगी है। जिसे देखते हुए बीएसए बीके शर्मा ने सभी बीइओ को निर्देशित कर दिया है। पैन या आधार बदले जाने पर नजर
कार्यरत शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण के साथ एसटीएफ को दबोचे गए फर्जी शिक्षकों के रिकॉर्ड भी मुहैया कराना है। कितनों पर एफआइआर हुई? इसका जवाब भी देना है। इतना ही नहीं, जिन शिक्षकों ने हाल में ही वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा के यहां अपना पैन या आधार नंबर को बदला है। उनकी सूची भी शिक्षा निदेशक बेसिक को भेजते हुए एसटीएफ को भी देनी है। अब तक पकड़ में आए मामले
- 12460 शिक्षक भर्ती में 11 फर्जी आवेदक दबोचे गए।
- बेसिक के एडेड स्कूलों में हुई भर्तियों की जांच।
- 16000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण को लेकर हुई गड़बड़ियों की जांच।