एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

इलाहाबाद : यूपी में बीटीसी पर्चा लीक में प्रिंटिंग प्रेस के दो मालिक गिरफ्तार

0 comments

इलाहाबाद : यूपी में बीटीसी पर्चा लीक में प्रिंटिंग प्रेस के दो मालिक गिरफ्तार

हिन्दुस्तान टीम,इलाहाबाद । बीटीसी पेपर लीक प्रकरण में मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद एसटीएफ ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस मामले में एसटीएफ ने इलाहाबाद के दो प्रिंटिंग प्रेस के मालिकों को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि प्रश्नपत्र छापने और परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाने का ठेका दीप्ति इंटरप्राइजेज को मिला था लेकिन दीप्ति इंटरप्राइजेज यह काम खुद न करके भार्गव प्रेस से करा रहा था। पेपर छापने और केन्द्र तक पहुंचाने के दौरान सुरक्षा और गोपनीयता के कोई इंतजाम नहीं थे। जांच में मिली इन अनियमितताओं के बाद एसटीएफ ने कार्रवाई की है।

बीटीसी के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा आठ अक्तूबर को होनी थी। सात अक्तूबर की दोपहर को बीटीसी के सभी आठ प्रश्नपत्र लीक होकर सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। डीआईओएस सत्येंद्र कुमार सिंह ने जांच की तो पेपर लीक की पुष्टि हुई थी। इसके बाद पूरे प्रदेश में बीटीसी परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। सरकार ने मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी थी। एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि एसटीएफ ने 11 अक्टूबर को कौशाम्बी और इलाहाबाद में जाकर पूछताछ शुरू की। इसमें पता चला कि बलरामपुर हाउस स्थित दीप्ति इंटरप्राइजेज विगत कई वर्षों से प्रश्नपत्रों को छापने और परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाने के लिए अधिकृत है। इस वर्ष भी परीक्षा नियामक प्राधिकारी, इलाहाबाद ने दीप्ति इंटरप्राइजेज को इस काम का ठेका दिया था। जांच में पता चला कि यह फर्म दीप्ति अग्रवाल के नाम पर है लेकिन इसका सारा काम उनके पति आशीष अग्रवाल देखते हैं।

सुरक्षा के नहीं थे इंतजाम

एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि आशीष अग्रवाल से पूछताछ की गई तो पता चला कि वे लोग प्रश्नपत्र छपवाने का काम भार्गव प्रेस से कराते हैं। इसके मालिक अरविंद भार्गव हैं। अरविंद से पूछताछ में पता चला कि प्रिन्टिंग का काम इलाहाबाद स्थित बाई का बाग और मोहित्सीन गंज स्थित प्रेसों में कराया जाता है। एसटीएफ ने दोनों प्रिन्टिंग प्रेसों का निरीक्षण किया। वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं मिले। कर्मचारियों के पास एन्ड्रायड मोबाइल फोन थे जिससे वे लोग आसानी से प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर प्रसारित कर सकते थे। इसके अलावा प्रेस में कंप्यूटर व इंटरनेट का भी साधन था जिसके माध्यम से पेपर लीक किए जा सकते हैं।

बिना सुरक्षा के डिलिवरी

जांच में पता चला कि प्रिन्टिंग के बाद प्रश्नपत्रों को परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाने का काम दीप्ति इंटरप्राइजेज के कर्मचारी करते हैं। इस दौरान प्रश्नपत्र के किसी भी लिफाफे को सील नहीं किया जाता था। ऐसे में प्रश्नपत्र ले जाने वाले कैरियर ब्वॉय आसानी से पेपर लीक कर सकते थे। यानी कि प्रकाशन और पैकेजिंग का पूरा काम प्रश्नपत्र की सुरक्षा और गोपनीयता को ताक पर रखकर किया जा रहा था। यह उजागर होने के बाद एसटीएफ के इंस्पेक्टर केसी राय ने दीप्ति इंटरप्राइजेज के कर्ताधर्ता आशीष अग्रवाल और भार्गव प्रेस के मालिक अरविंद भार्गव को गिरफ्तार कर लिया। कौशाम्बी एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि दोनों अभियुक्तों को कौशाम्बी पुलिस के सुपुर्द किया गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।