प्रतापगढ़ : खंड शिक्षा अधिकारी अब गैर ब्लाकों में करेंगे एमडीएम की जांच, लापरवाही मिलने पर होगी जिम्मेदारों पर कार्यवाई - बीएसए
प्रतापगढ़ : जिले के माध्यमिक विद्यालयों की जूनियर कक्षाओं के बच्चों को दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन की पड़ताल गैर ब्लाकों के बीईओ करेंगे। उनकी रिपोर्ट में यदि किसी ब्लाक के बीईओ की लापरवाही मिलती है तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। बीएसए अशोक कुमार सिंह ने इसका निर्देश जारी कर दिया है। प्राइमरी जूनियर के अलावा आठ राजकीय एवं 78 माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को भोजन देने के प्रावधान है। इन विद्यालयों में कुल 24259 बच्चे मध्याह्न भोजन योजना में पंजीकृत हैं। इनमें से 15388 बच्चों की औसत उपस्थिति प्रतिदिन रहती है। सप्ताह में बुधवार को प्रत्येक बच्चे को .150 लीटर दूध वितरित करने का निर्देश है। पिछले कई दिनों से दैनिक जागरण ने राजकीय एवं माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों को दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन व दूध वितरण को लेकर अभियान चला रखा है। इसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। सप्ताह में प्रत्येक बुधवार को बच्चों को दिया जाने वाले दूध का वितरण शहर सहित अंचल के अधिकांश स्कूलों में बंद हो गया है। इसके साथ ही बच्चों को फल एवं भोजन देने के गुणवत्ता में भी कमी आई है। 1 कोहंडौर क्षेत्र के तो एक विद्यालय में पांच साल से एमडीएम न बनना पाया गया। इन सब खबरों को संज्ञान में लेते हुए बीएसए ने गैर ब्लाकों के खंड शिक्षा अधिकारियों से माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों को दिए जाने वाले एमडीएम की पड़ताल कराने का निर्देश दिया है।मध्याह्न भोजन की जांच गैर ब्लाकों कें खंड शिक्षा अधिकारियों से कराई जाएगी। प्रत्येक बुधवार को मध्याह्न भोजन योजना में बच्चों को दूध वितरित कराने के साथ ही गुणवत्ता पूर्ण मेन्यू के अनुसार भोजन वितरण की व्यवस्था कराई जाएगी।