स्कूल की छत ढही, रविवार था वर्ना....
हिन्दुस्तान टीम,गोंडा । जहां डीएम से लेकर बीएसए तक बैठते हैं उन्हीं की नाक के नीचे शहर के जिगरगंज में प्राथमिक विद्यालय की छत का एक बड़ा हिस्सा भरभरा कर गिर पड़ा। ये तो शुक्र था कि रविवार का दिन था वर्ना एक बड़ा हादसा जिम्मेदारों के लिए तमाचा साबित होता। सबसे बड़ा सवाल ये है कि दस साल से इसके जर्जर होने की शिकायत की जा रही है लेकिन बावजूद इसके बच्चों को वहीं पढ़ाया जा रहा है। मोहल्ले के लोगों ने सीधा आरोप लगाया कि इस स्कूल की हालत को लेकर तमाम शिकायतों के बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग आंखे बंद किए बैठा हुआ है। हैरानी इस बात की है कि हादसे के बाद विभाग का कोई भी जिम्मेदार मौके पर नही पहुंचा।
नगर क्षेत्र के जिगरगंज मोहल्ले में स्थित प्राथमिक विद्यालय की छत रविवार को अचानक भरभरा कर ढह गई। छत गिरने की आवाज सुनते ही मोहल्ले में हड़कंप मच गया। यह तो शुक्र था कि आज रविवार था वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था। स्थानीय लोगों ने बताया कि भवन काफी अर्से से जर्जर था जिसकी शिकायत कई बार विभाग से की गई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार रविवार को दोपहर जिगरगंज प्राथमिक विद्यालय के भवन की छत भरभरा कर गिर गई। लोगों ने जब धमाके की आवाज सुनी तो घबरा कर स्कूल की ओर भागे। लोगों का कहना है कि रविवार का अवकाश न होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। बीएसए मनीराम सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। यह पता लगाया जा रहा है जर्जर भवन के बाद भी यहां स्कूल क्यों लगता था। घटना के बाद मोहल्ले में लोग सहमे हुए हैं।