अधर में लटका कस्तूरबा स्कूलों का टेंडर
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में खाद्यान्न सामग्री आपूर्ति के टेंडर का मामला अधर में लटका है। प्रयोगशाला परीक्षण के लिए खाद्यान्न सामग्री के नमूने न मिलने से जांच पूरी नहीं हो पा रही है।
जिले में पांच कस्तूरबा गांधी विद्यालय संचालित हैं। इनमें खाद्यान्न, दैनिक उपयोग सामग्री व स्टेशनरी की आपूर्ति के लिए मार्च तक टेंडर प्रक्रिया पूरी होनी थी। पहले तो प्रक्रिया शुरू होने में ही विलंब हुआ। प्रक्रिया शुरू भी हुई तो डीएम के आदेश के बावजूद दो माह तक में नमूनों की जांच पूरी नहीं हो पा रही। जांच समिति के सदस्य जिला खाद्य अधिकारी सुभाष तिवारी का कहना है कि वह 19 सितंबर को बीएसए कार्यालय गए थे। उन्होंने अधिकारियों को मौखिक बता दिया था कि यदि खुली हुई खाद्यान्न सामग्री दाल व अनाज आदि की जांच करानी है तो एक नमूने के लिए दो किलो सामग्री चाहिए। बाद में पत्र आया कि यह बात लिखित में दी जाए। इस पर दो दिन पहले बीएसए आफिस पत्र भी भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि सीलबंद तेल, मसाला व अन्य सामान के नमूने की जांच नहीं होगी। केवल खुली हुई खाद्यान्न सामग्री की लैब जांच की जरूरत होगी। बीएसए राम¨सह ने बताया कि खाद्यान्न सामग्री के नमूने की जांच शीघ्र पूरी कराई जाएगी।