अलीगढ़ : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका स्कूल में छात्राओं से क्रूरता का विडियो आया सामने, बंधुआ मजदूर की तरह प्रताड़ित करते हैं टीचर !
बीएसए को मामले की जांच के आदेश दिया है। जांच रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर उन्हें व सीडीओ को उपलब्ध कराने को कहा गया है। जिससे दोषी टीचर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
-चंद्रभूषण सिंह, डीएम, अलीगढ़
आकांक्षा समिति ने गोद लिया है यह स्कूल
आकांक्षा समिति ने इस स्कूल को गोद लिया है। समिति की अध्यक्ष व डीएम की पत्नी डॉ. अंजना सिंह सेंगर ने कहा कि मामला बहुत गंभीर है। वह खुद मामले की जांच करेंगी। बीएसए लक्ष्मीकांत पांडेय और डीएम की पत्नी अंजना सिंह सेंगर व समिति की सदस्य नीलम ध्यानी रविवार को कस्तूरबा विद्यालय पहुंचे। बीएसए लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि विद्यालय की वॉर्डन, टीचर, स्टाफ और छात्राओं से गहन पूछताछ की जा रही है।
डीएम ने दिए जांच के आदेश
डीएम चंद्रभूषण सिंह ने विडियो का संज्ञान लेते हुए बीएसए लक्ष्मीकांत पांडेय को मामले की जांच का आदेश दिया है। डीएम ने कहा कि बीएसए को अपनी सिफारिश सहित जांच रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर उन्हें व सीडीओ दिनेश चंद्र को उपलब्ध करवाने का आदेश दिया है, जिससे आरोपित टीचर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
गरीबी का मजाक उड़ाते हैं टीचर
छात्राओं का कहना है कि उनसे कक्षा में पढ़ाते समय टीचर कहती हैं कि तुम अपने परिवार पर बोझ हो। इसी वजह से इस आवासीय विद्यालय में भेजा गया है। यहां तुम ठूंस-ठूंस कर खाने के लिए आते हो। छात्राओं का आरोप है कि न ठीक से खाना मिलता है और न दूध। शिकायत करने पर मारपीट की जाती है। छात्रा टीचर स्टाफ से डरी और सहमी हुई रहती हैं, क्योंकि कई बार उनके साथ मारपीट की जा चुकी है। उनका कहना है कि विद्यालय अब छात्राओं के लिए जेल बन गया है।• सुबह 4:00 बजे नींद से जगा कर शौचालय साफ करवाया जाता है• फर्श, दीवार, सीढ़ियां, पंखे, क्लासरूम साफ करवाते हैं• किचन के अंदर आटा गूंथना, रोटी, सब्जी काटने और बनाने का काम करवाते हैं• काम नहीं करने पर लाठी-डंडे, लात-घूंसों से पिटाई की जाती है• डीएम ने बीएसए को दिया जांच करने का आदेश• जिस आकांक्षा समिति ने स्कूल को गोद लिया उसकी अध्यक्ष डीएम की पत्नी हैं
ये हैं आरोप• पंकज शर्मा, अलीगढ़ : अलीगढ़ के मडराक स्थित सरकारी स्कूल के हॉस्टल में छात्राओं के साथ क्रूरता का मामला सामने आया है। मामले में एक विडियो सामने आया है, जिसमें छात्राओं से मारपीट करते हुए शौचालय, आवास, व स्कूल परिसर की सफाई कराई जाती है। आरोप यहां की टीचर पर है। डीएम ने बीएसए को मामले की जांच कर एक हफ्ते में रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।
अलीगढ़ के कस्बा मडराक स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में यह मामला सामने आया है। यहां गरीब परिवार की लड़कियां रहकर पढ़ाई करती हैं। जो विडियो सामने आया है उसमें छात्राओं को सुबह 4:00 बजे नींद से जगा कर शौचालय साफ कराया जाता है। आवास और स्कूल परिसर के फर्श, दीवार, सीढ़ियां, छत, पंखे, क्लासरूम हर जगह सफाई कराई जाती है। उसके बाद सभी छात्राओं से किचन के अंदर आटा गूंथना, रोटी बनाना, चूल्हा चलाना, सब्जी काटने जैसे काम में लगा दिया जाता है। स्कूल में पढ़ने वाली छात्राएं बता रही हैं कि टीचर स्टाफ पढ़ाई के वक्त पंखा झलवाती हैं। हाथ पैर दबवाकर अपनी सेवा करवाती हैं, कपड़े प्रेस करवाती हैं। अगर यह काम बच्चियों ने नहीं किए तो उनके साथ क्रूरता से पेश आया जाता है। बच्चियों को बाल पकड़कर, चोटी पकड़कर घसीट कर स्कूल में पढ़ने वाली सभी छात्राओं के सामने ले जाकर जमीन पर डाल दिया जाता है और लाठी-डंडे, लात-घूंसों से पिटाई की जाती है। अन्य छात्राओं के सामने यह इस वजह से किया जाता है की सभी को दिख जाए यहां पढ़ने वाली छात्राओं ने काम नहीं किया तो उसके साथ भी इसी तरह का सलूक किया जाएगा।
तीन टीचर पर आरोप : यहां पढ़ने वाली छात्राएं और उनके परिवारीजनों का कहना हैं कि इस स्कूल की वॉर्डन और कंप्यूटर टीचर, हिंदी की टीचर और संगीत की टीचर छात्राओं से अपने नौकर की तरह व्यवहार करती हैं। सामाजिक संस्था लज्जा वेलफेयर सोसायटी की सदस्य निधि शर्मा ने जांच कर कार्रवाई की
मांग की है।
स्कूल में इस तरह छात्राओं की पिटाई की जाती है।
कस्तूरबा विद्यालय में छात्राओं से ही बनवाया जाता है भोजन।
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नवभारत टाइम्स। नई दिल्ली/लखनऊ। सोमवार,22 अक्टूबर 2018
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