सिद्धार्थनगर : परिषदीय स्कूलों में बाउंड्री व पेयजल की समस्या
जागरण संवाददाता, बढ़नीचाफा-डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर : क्षेत्र के आधा दर्जन परिषदीय विद्यालयों की स्थिति दयनीय है। पेयजल व शौचालय जैसी समस्याओं का निदान नहीं हो पा रहा है। इसमें गटुटवा स्कूल ऐसा है, जहां बाउंड्री की दिक्कत तो बनी ही रहती है, शौचालय की हालत भी बदतर है। अन्य विद्यालय भी समस्या से जूझ रहे हैं।
बढ़नी चाफा से उतरौला जाने वाले मार्ग पर स्थित ग्राम गटुटवा के प्राथमिक विद्यालय की बात करें, तो यहां कई वर्षों से बाउंड्री ध्वस्त है। विद्यालय प्रशासन द्वारा कई बार इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। परंतु समाधान की दिशा में अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। जहां तक प्राथमिक विद्यालय धर्मपुर धौरहरा की बात है, तो यहां बरसात के मौसम में जल-जमाव की समस्या बनी रहती है। यहां भी बाउंड्री न होने से बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े रहते हैं। प्राथमिक विद्यालय बढ़नी चाफा बाजार की हालत ये है कि यहां आवागमन की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। स्कूली बच्चों को स्कूल तक पहुंचने के लिए आधा किलो मीटर दूर बरघाट गांव से घूम कर विद्यालय आना पड़ता है। यहां बरसात के दौरान चार-पांच महीने तक पानी एकत्रित रहता है। प्राथमिक विद्यालय सि¨गहवा में शौचालय अधूरा पड़ता है न सीट बैठाई गई है और न ही गड्ढे खोदे गए हैं। प्राथमिक विद्यालय हज्जी डीह में लगा हैंडपंप दूषित जल दे रहा है। शिवभारी विद्यालय का भवन जर्जर है। जिसकी वजह से बारिश के दौरान भवन में पानी टपकता रहता है। ऐसे में बच्चों की पठन-पाठन व्यवस्था प्रभावित रहती है। क्षेत्रीय नागरिकों में राम निवास, मनीष श्रीवास्तव, अमरेश, सूर्य प्रकाश, रमेश कुमार आदि ने विद्यालयों की समस्या दूर करने की मांग की है। बीइओ चंद्रभूषण पाण्डेय का कहना है कि पता लगाते हैं।
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर : क्षेत्र के आधा दर्जन परिषदीय विद्यालयों की स्थिति दयनीय है। पेयजल व शौचालय जैसी समस्याओं का निदान नहीं हो पा रहा है। इसमें गटुटवा स्कूल ऐसा है, जहां बाउंड्री की दिक्कत तो बनी ही रहती है, शौचालय की हालत भी बदतर है। अन्य विद्यालय भी समस्या से जूझ रहे हैं।1बढ़नी चाफा से उतरौला जाने वाले मार्ग पर स्थित ग्राम गटुटवा के प्राथमिक विद्यालय की बात करें, तो यहां कई वर्षों से बाउंड्री ध्वस्त है। विद्यालय प्रशासन द्वारा कई बार इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। परंतु समाधान की दिशा में अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। जहां तक प्राथमिक विद्यालय धर्मपुर धौरहरा की बात है, तो यहां बरसात के मौसम में जल-जमाव की समस्या बनी रहती है। यहां भी बाउंड्री न होने से बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े रहते हैं। प्राथमिक विद्यालय बढ़नी चाफा बाजार की हालत ये है कि यहां आवागमन की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। स्कूली बच्चों को स्कूल तक पहुंचने के लिए आधा किलो मीटर दूर बरघाट गांव से घूम कर विद्यालय आना पड़ता है। यहां बरसात के दौरान चार-पांच महीने तक पानी एकत्रित रहता है। प्राथमिक विद्यालय सि¨गहवा में शौचालय अधूरा पड़ता है न सीट बैठाई गई है और न ही गड्ढे खोदे गए हैं। प्राथमिक विद्यालय हज्जी डीह में लगा हैंडपंप दूषित जल दे रहा है। शिवभारी विद्यालय का भवन जर्जर है। जिसकी वजह से बारिश के दौरान भवन में पानी टपकता रहता है। ऐसे में बच्चों की पठन-पाठन व्यवस्था प्रभावित रहती है। क्षेत्रीय नागरिकों में राम निवास, मनीष श्रीवास्तव, अमरेश, सूर्य प्रकाश, रमेश कुमार आदि ने विद्यालयों की समस्या दूर करने की मांग की है। बीइओ चंद्रभूषण पाण्डेय का कहना है कि पता लगाते हैं।