गोरखपुर : परिषदीय विद्यालयों में लोकतंत्र का पाठ पढ़ रहे बच्चे
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : परिषदीय विद्यालयों के बच्चे व्यवहारिक रूप में लोकतंत्र का पाठ पढ़ रहे हैं। किताब में का पाठ तो है, लेकिन वे सारी प्रक्रिया कर के सीख रहे हैं। जिले के कई विद्यालयों में का गठन किया गया है और के ये बच्चे विद्यालय की समस्याओं को लेकर मुखर भी हैं।
पढ़ाई के साथ ही व्यक्तित्व विकास के लिए परिषदीय विद्यालयों में पहल की जा रही है। इसी के तहत पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में का गठन किया गया है। इसके जरिये बच्चों को देश में होने वाले चुनाव, उसमें भागीदारी करने वाली संस्थाओं के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है। के गठन के बाद इसकी कार्यवाही भी चलती है। इसके तहत बच्चों को लोकसभा के बारे में पूरी जानकारी होती है।
ईवीएम से हुआ चुनाव
पिपराइच क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय उस्का में का गठन करने के लिए इस बार चुनाव की पूरी प्रक्रिया अपनाई गई। बच्चों ने प्रतीकात्मक ईवीएम पर वोट दिया। यहां पार्टियां थीं, चुनाव आयुक्त थे। पर्यवेक्षक थे, पोलिंग पार्टियों का गठन हुआ था। प्रचार भी किया गया। खूब वादे भी हुए। चुनाव में सुरक्षा का इंतजाम भी किया गया और सभी ने वोट भी डाले। राजनीतिक पार्टियों के घोषित व निर्दल उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा। उनसे जमानत राशि ली गई। कम वोट पाने पर कई की जमानत राशि जब्त भी की गई। विद्यालय के सहायक अध्यापक प्रमोद सिंह ने बताया कि इस चुनाव प्रक्रिया का बच्चों ने खूब आनंद लिया। चुनाव में शक्ति पार्टी की जुलेखा ने 62 मत पाकर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी राहुल यादव को 40 मतों से पराजित किया। जुलेखा छह छात्रों का चयन मंत्री के रूप में करेगी। अन्य छात्रों को सांसद बनाया जाएगा। एक छात्र लोकसभा अध्यक्ष बनेगा। प्रमोद सिंह ने बताया कि 12 अक्टूबर को लगेगी, जिसमें बच्चे संसद की कार्यवाही से परिचित होंगे।
अन्य विद्यालयों में भी है
खोराबार क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालय सिक्टौर सहित जिले के अन्य कई विद्यालयों में भी का गठन किया गया है। विद्यालयों की समस्याओं की जानकारी रखती है और उसके बारे में शिक्षकों से बात करती है। उन्हें समस्याओं को लेकर बात रखने को प्रेरित किया जाता है। जहां चुनाव की प्रक्रिया नहीं अपनाई गई, वहां भी लोकतंत्र के विषय में पूरी जानकारी दी जाती है।’
चुनाव प्रक्रिया में भाग लेकर जाना कैसे होता है चुनाव’
अगले सप्ताह चलेगा का सत्र के रूप में छात्र-छात्रओं को लोकतंत्र के विषय में व्यवहारिक जानकारी दी जाती है। उन्हें चुनाव व संसद की कार्यवाही को समझने का मौका मिलता है।
-भूपेंद्र नारायण सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
क्या है
कक्षा छह से आठ तक में नागरिक शास्त्र विषय में एक पाठ है, जिसमें बच्चों को यह पढ़ना होता है कि नेता चुनकर कैसे जाते हैं। उनके क्या-क्या कार्य हैं। चुनाव कैसे होता है, पार्टी क्या होती है। इसके अलावा इसी पाठ के तहत पूर्व माध्यमिक स्कूलों में का गठन होता है। इनका काम स्कूल में होने वाले पढ़ाई, स्वच्छता, अनुशासन सहित अन्य कार्यों को कराना होता।