महराजगंज : 1177 परीक्षार्थियों ने छोड़ी शिक्षक पात्रता परीक्षा
महराजगंज: जिले के 23 केंद्रों पर रविवार को आयोजित हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई। परीक्षा के लिए दोनों पाली में पंजीकृत 20306 परीक्षार्थियों में से 19129 ने परीक्षा दी , जबकि 1177 ने परीक्षा छोड़ दिया। केंद्रों के प्रवेश द्वार पर परीक्षार्थियों की वीडियोग्राफी कराई गई। उन्हें गहन छानबीन के बाद ही अंदर जाने दिया गया। प्रथम पाली में घुघली के टीडी मेमोरियल स्कूल में एक परीक्षार्थी द्वारा उत्तर पुस्तिका लेकर चले जाने तथा दूसरी पाली में भिटौली स्थित शिवजपत ¨सह इंटर कालेज में एक महिला परीक्षार्थी को मोबाइल के साथ पकड़ा गया है। कंट्रोल रूम से मिली सूचना के मुताबिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के तहत प्रथम पाली में हुए प्राथमिक वर्ग की परीक्षा में 23 केंद्र पर कुल 14230 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। जिसमें से 13460 ने परीक्षा दी , जबकि 770 ने परीक्षा छोड़ दिया। दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक वर्ग के पंजीकृत 6076 में से 5669 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी । प्रथम व द्वितीय पाली में केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों की सघन तलाशी से गुजरना पड़ा। मुख्य द्वार पर परीक्षार्थियों की वीडियोग्राफी कराई गई। परीक्षा अवधि में केंद्रों पर तैनात किए गए प्रशासनिक व शिक्षा विभाग के पर्यवेक्षक तथा स्टेटिक मजिस्ट्रेट ने परीक्षा को शांतिपूर्ण, पारदर्शी व निष्पक्षता के साथ कराने के लिए केंद्र व्यवस्थापकों को आवश्यक दिशानिर्देश दिया।
जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय व पुलिस अधीक्षक आरपी ¨सह ने जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर पहुंचकर परीक्षा की शुचिता को देखा। प्रथम पाली में वे सर्वप्रथम चेहरी स्थित आइटीएम परीक्षा केंद्र पर पहुंचे। वहां पर सिटिंग प्लांट, व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था को देखा तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इसके बाद सेठ आनंदराम जयपुरिया स्थित केंद्र पर पहुंचकर परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र व अभिलेख को भी देखा। लाल बहादुर शास्त्री इंटर कालेज परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी की घड़ी को निकलवा उसकी जांच की । दूसरी पाली में भी अधिकारियों ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। परीक्षा के लिए बनाए गए जिले के सभी 23 केंद्रों पर सुरक्षा की कमान कुल 324 कर्मियों के हाथ रही। मीडिया सेल ने बताया कि 18 प्रभारी निरीक्षक- थानाध्यक्ष, 45 उप निरीक्षक, एक महिला उप निरीक्षक, 225 हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल, 23 महिला पुलिस कर्मी, छह यातायात कर्मी तथा फायर सर्विस के छह लोगों ने परीक्षा को सुचारू रूप से संपन्न कराने में योगदान दिया। पुलिस कर्मी केंद्र के मुख्यद्वार पर तैनात रहे । अनाधिकृत लोगों को परीक्षा अवधि में केंद्र के 200मी. दायरे से दूर थे। टीईटी परीक्षा में बहुत से ऐसे परीक्षार्थी थे, जिन्होंने प्राथमिक व उच्च प्राथमिक वर्ग दोनों में आवेदन किया था। उन परीक्षार्थियों को अधिक सांसत उठानी पड़ी , जिनके दोनों परीक्षा केंद्र दूरदराज रहे। केंद्रों पर ऐसे बहुत से परीक्षार्थी दिखे जिनके प्राथमिक वर्ग की परीक्षा आनंदराम जयपुरिया इंटर कालेज में तो उच्च प्राथमिक वर्ग की परीक्षा निचलौल, सिसवा अथवा परतावल में रही। ऐसे अभ्यर्थी प्राथमिक वर्ग की परीक्षा को समाप्त करने के उपरांत तुरंत दूसरे परीक्षा केंद्र के लिए रवाना हो गए। शिक्षक पात्रता परीक्षा को पारदर्शी व निष्पक्षता से संपन्न कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता थी। इसे ²ष्टिगत रखते हुए केंद्रों के जिम्मेदारों ने निर्देशों का अनुपालन भी सुनिश्चित किया। कुछ जगहों पर सख्ती की आड़ में केंद्र व्यवस्थापकों ने ऐसा ज्ञान बघारा कि कई परीक्षार्थियों को परीक्षा से वंचित होना पड़ा। प्रथम व द्वितीय पाली में कई केंद्र पर परीक्षार्थी इंटरनेट से प्रशिक्षण संबंधी प्रमाणपत्र लेकर केंद्र पहुंचे थे , मगर उसमें सक्षम अधिकारी का हस्ताक्षर नहीं था। उनके पास प्रवेशपत्र व फोटोयुक्त मान्य पहचान पत्र था , लेकिन उन्हें परीक्षा में बैठने से रोक दिया गया।