एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

सीतापुर : 14 वर्षों के आंकड़े बता रहे सरकारी स्कूलों का ककहरा

0 comments

14 वर्षों के आंकड़े बता रहे सरकारी स्कूलों का ककहरा

सीतापुर : बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में ककहरा पढ़ने के लिए प्रवेश लेने वाले बच्चों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। ऐसा क्यों है, इस विषय पर शिक्षा परिषद के उच्चाधिकारियों ने मंथन शुरू कर दिया है। प्रारंभिक तौर पर शिक्षा निदेशक ने बीएसए से प्रवेश लेने वाले बच्चों की कम संख्या का कारण पूछा है। अधिकारियों ने पिछले दिनों यू-डॉयस पर मौजूद 14 वर्षों के डाटा का गहन परीक्षण किया है, जिसमें प्रत्येक वर्ष परिषदीय विद्यालयों में नामांकन की गिरावट होने की बात सामने आई है। स्कूलों में घट रहे बच्चे

शिक्षा निदेशक द्वारा बीएसए को वर्ष 2004 से 2017 तक प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पंजीकृत हुए बच्चों का वर्ष वार आंकड़ा दिया है। इस आंकड़े पर गौर करें तो जिले में वर्ष 2004 से 2017 तक प्राथमिक विद्यालयों में वर्ष 2008 में 5.51 लाख बच्चों ने स्कूल में प्रवेश लिया था। इसके बाद प्राथमिक स्कूलों में प्रवेश लेने वाले बच्चों की संख्या में लगातार गिरावट ही आती रही। वर्ष 2015 के मुकाबले वर्ष 2016 में प्रवेश लेने वाले बच्चों की संख्या में 27,891 की गिरावट आई। फिर वर्ष 2016 के मुकाबले वर्ष 2017 में पंजीकृत होने वाले बच्चों में 4,002 नौनिहाल कम हो गए।

2017 के पंजीयन में बढ़े 3 हजार बच्चे

आंकड़ों के मुताबिक पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में वर्ष 2004 से 2017 तक के बीच में सबसे अधिक 1.36 लाख बच्चों के प्रवेश हुए थे। फिर अगले सत्रों में बच्चों के पंजीकरण में गिरावट आती रही। वर्ष 2015 के मुकाबले वर्ष 2016 में बच्चों के पंजीकरण में 13,266 बच्चों की कमी आई। इसके बाद वर्ष 2016 की तुलना में वर्ष 2017 में पंजीकृत बच्चों की संख्या में 3,066 नौनिहालों की वृद्धि हुई है। प्राइमरी में पंजीकरण

वर्ष - बच्चों के पंजीयन

2008 - 551199

2009 - 535510

2010 - 500331

2011 - 511244

2012 - 465534

2013 - 428369

2014 - 415428

2015 - 415514

2016 - 387623

2017 - 383621 उच्च प्राइमरी में पंजीकरण

वर्ष - बच्चों के पंजीयन

2009 - 121022

2010 - 124117

2011 - 126996

2012 - 136087

2013 - 129658

2014 - 120458

2015 - 123905

2016 - 110639

2017 - 113705

आंकड़ों में देखा जाए तो पिछले कुछ वर्षों में पंजीयन की संख्या में गिरावट जरुर आई है, पर ऐसा नहीं है कि स्कूलों में शिक्षा का स्तर कमजोर हुआ है।

- अजय कुमार, बीएसए

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।