वित्तीय गड़बड़ियों में नवोदय के चार बाबू निलंबित
पूर्व व वर्तमान कार्यालय अधीक्षक के साथ दो लिपिकों पर गिरी गाज, ऑडिट में पकड़ा गया खेल।...
भोगांव (संवाद सूत्र): वित्तीय लेनदेन के रिकॉर्ड का रखरखाव करने में लापरवाही नवोदय के बाबुओं पर भारी पड़ गई। ऑडिट में गड़बड़ी पकड़े जाने पर नवोदय विद्यालय समिति ने चार बाबुओं को निलंबित कर दिया है। इनके विरुद्ध विभागीय जांच भी होगी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय से संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय में विभिन्न मदों में करोड़ों की धनराशि खर्च के लिए मुहैया कराई जा रही है। शैक्षिक सत्र 2016-17, 2017-18 में विभिन्न प्रकार के लेनदेन के अभिलेख पूर्ण न होने पर ऑडिट में मामला फंस गया। जुलाई में किए गए ऑडिट में नवोदय विद्यालय की टीम ने हेरफेर को पकड़ लिया। इस हेरफेर में इन दोनों सत्रों के दौरान कार्यालय अधीक्षक रहे आईएल माथुर को दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया है। वर्तमान में आईएल माथुर फीरोजाबाद नवोदय में तैनात हैं। इनके अतिरिक्त वर्तमान कार्यालय अधीक्षक आरबी सिंह, लिपिक आरके गुप्ता और रामकुमार को भी निलंबित किया गया है। इन सभी को विभागीय जांच का सामना करना पड़ेगा। नवोदय विद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ के उपायुक्त जी चंद्रमौली ने निलंबन आदेश जारी कर दिया है। बाबुओं पर हुई इस कार्रवाई से नवोदय विद्यालय में अफरातफरी मच गया है। नवोदय की प्राचार्य सुषमा सागर ने बताया कि निलंबन आदेश प्राप्त हो गया है। सभी बाबुओं को आसपास के जिलों में सम्बद्ध किया गया है। आसपास के जिलों में किया सम्बद्ध: नवोदय के निलंबित चारों बाबुओं को फिलहाल हाथरस, फर्रूखाबाद, कन्नौज जिलों में सम्बद्ध किया गया है। जांच पूरी होने तक इन लोगों को स्थानीय नवोदय में वापस नहीं बुलाया जाएगा। विभागीय अधिकारी वित्तीय लेनदेन के अभिलेखों में हुई गड़बड़ी को लेकर जल्द ही जांच करने विद्यालय पहुंच सकते हैं। तीन बाबुओं के निलंबन से नवोदय में कार्यालय स्टाफ की कमी से काम भी प्रभावित होने लगा है।