फेसबुक पर सरकारी स्कूल की हकीकत का लाइव
गांव जाव के प्राथमिक स्कूल में 10 बजे तक नहीं पहुंच रहे थे शिक्षक, ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर शिक्षकों की मनमानी को किया उजागर...
कोसीकलां, मथुरा: बेसिक शिक्षा में सुधार की कोशिशों को शिक्षक ही नाकाम करने में करने में लगे हुए हैं। मंगलवार को छाता तहसील के गांव जाव में शिक्षकों के स्कूल खुलने के निर्धारित समय पर न पहुंचने की हकीकत को ग्रामीणों ने फेसबुक लाइव पर उजागर किया है। ग्रामीणों के इस कदम से बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों में खलबली मच गई है।
कोसीकलां-नंदगांव रोड स्थित गांव जाव के प्राथमिक विद्यालय में पांच शिक्षक और चार शिक्षामित्र तैनात हैं। स्कूल खुलने का निर्धारित समय सुबह नौ बजे हैं, लेकिन शिक्षक सुबह 10 बजे तक स्कूल नहीं आ रहे हैं। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारियों से की थी। इसका कोई असर शिक्षकों पर नहीं पड़ रहा था। शिक्षक अपनी मर्जी से स्कूल आते थे और बंद करके चले जाते थे। छात्र सुबह नौ बजे ही स्कूल आ रहे थे। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने जागरूकता दिखाई। मंगलवार की सुबह नौ बजे वे भी स्कूल पहुंच गए, लेकिन स्कूल कोई शिक्षक नहीं आया था। इसके बाद ग्रामीणों ने स्कूल पर गेट पर लगे ताले को लेकर फेसबुक लाइव पर स्कूल के खुलने और अपने गांव के शिक्षा के माहौल के लेकर लाइव दिखाना शुरू कर दिया। करीब एक घंटे तक बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों की मनमानी का पर्दाफाश ग्रामीण फेसबुक लाइव करते रहे। करीब दो बजे दो शिक्षिका स्कूल पहुंची। ग्रामीणों ने पूछताछ कर उनकी वीडियो क्लि¨पग करने की कोशिश की, लेकिन दोनों ने न अपने नाम बताए और स्कूल आने में हुई देरी को लेकर सौ बहाने गिनाने लगीे। लाइव में ग्राम प्रधान राजेश भी शिक्षकों की मनमानी की शिकायत करते नजर आ रहे हैं। वहीं भाजपा नेता कमल शर्मा अपनी टीम के साथ भी आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। --ग्रामीणों ने शिक्षकों के समय पर स्कूल न आने की शिकायत की है। इसके कुछ साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए कहा है। इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
--वरुण पांडेय, एसडीएम छाता --शिक्षकों के स्कूल देरी से आने के मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है। वह इस मामले की स्वयं जांच करेंगे।
--जमुना प्रसाद, खंड शिक्षा अधिकारी छाता।